यूपी के शामली में कोरोना वायरस का संदिग्ध मरीज सामने आया, मचा हड़कंप
इसके बावजूद नाैशाबा दिनभर धरने पर रहती थी। महिलाओं के अनुसार नाैशाबा हर राेज समय से अपनी बच्ची के साथ धरने पर आ जाया करती थी लेकिन शुक्रवार काे वह धरने पर नहीं आई। जब पता किया गया ताे जानकारी मिली कि उसकी बच्ची की तबियत खराब थी जिसकी माैत हाे गई। इस खबर से धरनास्थल पर दु:ख पसर गया। महिलाएं नाैशाबा के घर पहुंची और बच्ची की माैत पर दु:ख जाहिर करते हुए मां काे सांत्वना दी।Moradabad: दुधमुंही बच्ची को कलयुगी मां ने महज दस हजार में बेचा, पुलिस ने किया गिरफ्तार
मुत्तहिदा ख्वातीन कमेटी की अध्यक्ष इरम उस्मानी समेत अन्य महिलाओं पर बच्ची की माैत पर दुःख पर जताया है। साेशल मीडिया पर मां के साथ बच्ची के फाेटाें पाेस्ट करते हुए बच्ची की माैत काे बलिदान बताया जा रहा है। इस बारे में जब प्रशासनिक अफसरों से बात की गई ताे एडीएमई एसबी सिंह ने कहा कि बच्ची की माैत हाेना दु:खद है लेकिन इतनी छाेटी बच्ची काे धरने पर ले जाना लापरवाही है। बच्ची की माैत के लिए माता-पिता की लापरवाही जिम्मेदार है उन्हे इतनी छाेटी बच्ची काे खराब माैसम के बीच धरने पर नहीं ले जाना चाहिए।