विधायक ने कहा कि दारुल उलूम समेत देवबंद में पढ़ने वाले सभी छात्रों व अन्य वजह से यहां रहने वालों की भी जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कंधार कांड से लेकर आज तक मसूद अजहर का कोई न कोई संबंध देवबंद से निकलता रहा है। पिछले दिनों जब पासपोर्ट की जांच के लिए टीम आई थी तो उस टीम का विरोध हुआ था। तब भी मैंने ये बात कही थी कि अगर हम सही हैं तो किस बात का डर है। मैंने तो यहां तक कहा था कि अगर जांच होती है तो हमारे परिवार से ही शुरुआत की जाए।
कुंवर बृजेश सिंह ने कहा कि मैंने पहले भी कहा था कि बाहर से आए कोई भी लोग हों, चाहे वे छात्र ही क्यों न हों उनकी जांच होनी चाहिए। अगर ये जांच पहले हो जाती तो ये जैश के आतंकी देवबंद की सीमा में न घुस पाते। देवबंद की सीमा में जैश के आतंकी पकड़े जाने से साफ हो गया है कि उसके तार देवबंद से जुड़े हैं। इसलिए सीधे-सीधे दारुल उलूम की नीयत आैर उसकी शिक्षा पर सवाल उठते हैं। मैंने सरकार से मांग की है कि एक स्वतंत्र एजेंसी बनाकर दारुल उलूम में पढ़ने वाले सभी छात्रों व दारुल उलूम की गहनता से जांच होनी चाहिए।