यह भी पढ़ें- शादी के सात माह बाद MNC मैनेजर ने फांसी लगाकर दी जान, वजह जानकर रो देंगे आप
मुसलमानों की सबसे बड़ी तंजीम जमीयत उलेमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने साम्प्रदायिक सौहार्द और अपने प्यारे वतन हिंदुस्तान की सलामती के लिए मोहब्बत का पैगाम देते हुए हिंदू समाज के सबसे बड़े संगठन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सर संचालक मोहन भागवत से मुलाकात की है। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवन ने भी दिल खोलकर मौलाना मदनी की इस पहल का स्वागत किया। भागवत और मदनी की यह ऐतिहासिक मुलाकात देश में साम्प्रदायिक सौहार्द के नए आयाम स्थापित करने में मील का पत्थर साबित होगी।
यह भी पढ़ें: देश के सबसे बड़े मॉल का पानी और सीवर का कनेक्शन कटा, चौंकाने वाली है वजह
जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष और दारुल उलूम देवबंद के वरिष्ठ उस्ताद मौलाना अरशद मदनी ने शनिवार को देवबंद स्थित अपने आवास पर पत्रकारों से वार्ता करते हुए बताया कि देश में दिनों दिन बढ़ रही नफरत के खिलाफ मोहब्बत का पैगाम आम करते हुए उन्होंने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत से उनके दफतर जाकर मुलाकात की। वर्तमान हालात में चारों ओर नफरत का माहौल गर्म है। ऐसे में अपनी फिक्र के बजाए देश की फिक्र करना जरूरी है। मौलाना ने बताया कि हमने सर संघ संचालक मोहन भागवत के सामने अपना यह नजरिया पेश किया कि वर्तमान परिस्थितियों में अगर मिलकर साम्प्रदायिक सौहार्द के लिए काम नहीं किया गया तो आने वाला वक्त केवल अल्पसंख्यकों के लिए ही नहीं, बल्कि देश में रहने वाले हर एक व्यक्ति के लिए नुकसानदेह साबित होगा।
यह भी पढ़ें: BIG BREAKING: सपा सांसद आज़म खान, उनकी पत्नी तंजीम फातिमा और बेटा अब्दुल्लाह कभी भी हो सकते हैं गिरफ्तार
उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं, हमें लगता है कि अगर हालात को अभी काबू नहीं किया गया तो हमारा प्यारा मुल्क तबाह हो जाएगा। इसलिए हमें और आपको मिलकर काम करना चाहिए। हमने अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए पहल कर दी है। मौलाना ने बताया कि आरएसएस प्रमुख ने उनके प्रस्ताव का दिल खोलकर समर्थन करते हुए उम्मीद बंधाई कि देश की एकता अखंडता के लिए हम मिलकर काम करेंगे। भागवत ने दो टूक कहा कि मुल्क को बचाने के लिए आपकी पहल बिल्कुल सही है। हम इस पर जरूर काम करेंगे। मौलाना मदनी ने कहा कि हमें उम्मीद है कि आने वाले दिनों में हम अब से ज्यादा मिल जुलकर रहेंगे और अपनी कौम और मुल्क के हित में काम करेंगे। सर संघ संचालक मोहन भागवत और जमीयत अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी की इस मुलाकात ने लोगों के दिलों में उम्मीद की एक नई किरन जगा दी है। माना जा रहा है कि देश के साम्प्रदायिक सौहार्द के लिए यह मुलाकात मील का पत्थर साबित होगी।