जिन्होंने अब पार्टी स इस्तीफा दे दिया और इसके लिए उन्होंने किसी और को नहीं बल्कि सीएम योगी को जिम्मेदारी ठहराया है। इसके साथ ही उन्होंने सीएम योगी पर कई गंभीर आरोप भी लगाए हैं। पत्रिका संवाददाता से बात करते हुए उन्होंीने कहा कि योगी जी का अधिकारियों पर नियंत्रण नहीं है। वह जो कहते हैं, योगी जी मान लेते हैं और वह पार्टी के कार्यकर्ताओं की भी नहीं सुनते। उन्हों ने आरोप लगाया कि मुख्यनमंत्री पार्टी कार्यकर्तओं से अच्छार बर्ताव भी नहीं करते।
शशिबाला पुंडीर का कहना है कि मुख्य मंत्री योगी ने अपनों पर से तो केस हटवा लिए हैं लेकिन सहारनपुर के शब्बी रपुर में लड़कों पर दर्ज मामलों पर ध्यानन नहीं दिया गया। वह इस सिलसिले में आठ बार सीएम से मिलीं हैं लेकिन उन्हों ने कोई दिलचस्पीि नहीं ली। कश्मीिर में 6000 पत्थारबाजों पर से तो केस हटाए जा सकते हैं लेकिन शब्बी रपुर के छह दलित और ठाकुर लड़कों पर दर्ज मामलों को वापस लिया गया। इन लोगों पर से केस हटाने में पता नहीं क्यार दिक्क त है।
उन्होंने कहा कि शब्बीतरपुर कांड के बाद यहां के युवाओं के बीच बनी खाई को दूर करने के लिए वह प्रयासरत हैं। इसके लिए वह रक्षाबंधन के दिन जेल में गईं और वहां चंद्रशेखर से मिलीं। चंद्रशेखर ने वहां उनके पैर भी छुए थे। जिसके बाद उन्हों ने उसे राखी भी बांधी। वहीं अन्य लड़कों को यह बुरा नहीं लगा।
वहीं जब शशिबाला से दूसरी पार्टी में जाने पर सवाल पूछा गया तो उन्हों ने कहा कि वह अब जनसेवा करेंगी और किसी अन्यम पार्टी में नहीं जाएंगी। अब वह जनता के बीच जाकर काम करेंगी। बता दें कि शशिबाला पुंडीर की भाजपा की कद्दावर नेताओं में गिनती होती है और वह कई दशक से पार्टी से जुड़ी हुई थीं। वहीं वह यूपी की 12वीं विधानसभा के लिए देवबंद सीट से चुनाव जीता था और 1991 से 1996 तक विधायक रही हैं।