दरअसल, मयंक अग्रवाल का सहारनपुर से गहरा नाता है। बचपन में उन्होंने सहारनपुर की गलियों में भी
क्रिकेट खेला है। यही कारण है कि, ऑस्ट्रेलिया में डेब्यू टेस्ट मैच में सबसे अधिक रन बनाने वाले मयंक अग्रवाल का वर्ल्ड कप टीम में चयन हुआ तो सहारनपुर के क्रिकेट प्रेमियों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी।
क्रिकेटर मयंक अग्रवाल के दादा रविंद्र अग्रवाल सहारनपुर में ही रहते थे। वह दवा व्यापारी थे और 1996 तक सहारनपुर में रहे। उसके बाद वह परिवार के साथ बेंगलुरु चले गए थे। मयंक अग्रवाल के दादा के भाई सुशील अग्रवाल और सुधाकर अग्रवाल आज भी सहारनपुर की पॉश कॉलोनी आवास विकास में रहते हैं। इनका दवाइयों का बड़ा कारोबार है।
इनकी कंपनी की दवाइयां विदेशों में भी एक्सपोर्ट होती हैं। मयंक के दादा सुशील अग्रवाल कहते हैं कि, ”मयंक बचपन से ही क्रिकेट का बेहद शौकीन था और वह गलियों में क्रिकेट खेला करता था” सुभाष अग्रवाल के अनुसार मयंक अग्रवाल का टीम इंडिया के लिए खेलना शुरू से ही सपना था और आज उसने इस सपने को साकार कर दिया है।