क्या है मामला दरअसल, गांव शब्बीरपुर निवासी इंदर रस्तोगी ने अपनी छोटी बहन सारिका की शादी 4 वर्ष पूर्व मुजफ्फरनगर के मोहल्ला मोती महल छिंपीवाड़ा के अंकुर जैन के साथ की थी। आरोप है कि शादी के कुछ दिन बाद से ही दहेज लोभी ससुराल वाले लगातार सारिका को अपने घर से 10 लाख रुपए लेकर आने का दबाव बना रहे थे। जिसके चलते लगातार सारिका के साथ पति अंकुर जैन, सास रेखा जैन व अन्य कुछ लोग लगातार मारपीट करते रहते थे।
यह भी पढ़ेंं : बारात में आई महिलाओं के साथ दूसरे समुदाय के लोगों ने पहले की छेड़छाड़ और फिर… जबकि भाई इंदर ने बताया कि उसने अपनी बहन की शादी में अपनी हैसियत से बढ़कर 10 से 12 लाख पहले ही खर्च कर दिए थे। शादी के कुछ दिन बाद ही ससुराल वालों ने सारिका को एक बार पहले भी घर से निकाल दिया था। महिला थाने में सूचना के बाद पुलिस द्वारा उसे वापस ससुराल पहुंचाया गया था और जब दहेज लोभी ससुरालियों को कोई मांग पूरी होती नहीं दिखाई दी तो उन्होंने 14 फरवरी को सारिका की दम घोंटकर हत्या कर दी थी। 14 फरवरी की तारीख वाले दिन शोरगुल होने पर पडोसियों द्वारा 100 नंबर पर फोन किया गया था, परंतु पुलिस के पहुंचने से पहले ही सारिका की मौत हो चुकी थी। उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में दम घुटने से मृत्यु होने की बात सामने आई थी। सारिका को 3 दिन से भूखा भी रखा गया था।
काम पुलिस ने पीड़ित भाई की शिकायत पर पति अंकुर जैन, सास रेखा जैन व अन्य के खिलाफ दहेज हत्या का मुकदमा तो दर्ज कर लिया है। वहीं भाई का आरोप है कि पुलिस सास और बेहन के पति को जेल भेज कर खानापूर्ति कर रही है, मगर हत्या में शामिल अन्य अपराधियों से ना तो कोई पूछताछ कर रही है और ना ही कोई गिरफ्तारी की जा रही है। वह जब भी अपनी बहन की हत्या के आरोपियों की गिरफ्तारी के बारे में जानने के लिए सीओ मंडी मुज्जफरनगर के पास जाते हैं तो उन्हें धमका कर भगा दिया जाता है। अब पीडित भाई ने न्याय पाने के लिए मजबूर होकर मुख्यमंत्री
योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगाई है।