जिला अस्पताल से मिली जानकारी के अऩुसार, दिल्ली की पंजाबी बाग कालाेनी के रहने वाले 55 वर्षीय भगवती शर्मा अपनी पत्नी, पुत्रवधु और दाे बेटों के साथ सहारपुर में आयाेजिति शादी समाराेह में शामिल हाेने के लिए पहुंचे थे। रात करीब 11 बजे शादी समाराेह से वापस लाैटते वक्त इनकी कार नागल-टपरी राेड पर सामने से आ रहे लकड़ी से लदे ट्रैक्टर ट्राली से टकरा गई। टक्कर इतनी भयंकर हुई कि कार चला रहे भगवती शर्मा के बड़े बेटे की माैके पर ही माैत हाे गई। जब तक इन्हे अस्पताल ले जाया गया तब तक तीन अन्य ने दम ताेड़ दिया। इस दुर्घटना में कार में सवार भगवती शर्मा का छाेटा बेटा ही जिंदा बच सका। भगवती शर्मा इनकी पत्नी बड़े बेटे और पुत्र वधु की माैत हाे गई।
मृतकों के नाम भगवती शर्मा उम्र करीब 55 वर्ष ममता शर्मा पत्नी भगवती शर्मा उम्र करीब 50 वर्ष गौरव शर्मा पुत्र भगवती शर्मा उम्र करीब 28 वर्ष निधि शर्मा पत्नी गौरव शर्मा उम्र करीब 26 वर्ष
घायल प्रदीप शर्मा उम्र करीब 25 वर्ष काे भी गभीर चाेटे आई हैं जिनका उपचार चल रहा है। आखिर किसकी अनुमति से सड़क पर माैत बनकर दाैड़ रहे हैं ये ट्रैक्टर-ट्राली इस दुर्घटना के बाद बड़ा सवाल यह है कि आखिर सड़क पर माैत बनकर दाैड़ रहे ये ट्रैक्टर-ट्राली किसकी अऩुमति से चल रहे हैं। दरअसल, ये लाेग खुद काे किसान बताते हैं लेकिन ये किसान नहीं हैं। ये लाेग किसानों के पापुलर की लकड़ी काे किराए पर पड़ोसी राज्य हरियाणा ले जाते हैं। सहारनपुर में हर राेज एक हजार से अधिक ट्रैक्टर-ट्राली लकड़ियों से लदे हुए चलते हैं। ये सभी ऑवरलाेड हाेते हैं और खुद काे किसान बताकर टाेल तक नहीं देते। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि आखिर कब तक लाेग मरते रहेंगे और प्रशासन इसी तरह से आंख मूंदकर बैठा रहेगा। जब इस बारे में सहारनपुर संभागीय परिवार अधिकारी कपिल देव सिंह से बात की गई ताे उन्हाेंने कहा कि समय-समय पर कार्रवाई की जाती है अभियान चलाक कार्रवाई की जाएगी। हैरान कर देने वाली बात यह है कि सहारनपुर एसपी ट्रैफिक काे सुबह 9 बजे तक इस भीषण दुर्घटना की जानकारी तक नहीं थी। जब उनसे इस बारे में बात की गई ताे बाेले कि उन्हे दुर्घटना की जानकारी नहीं है वह तुरंत माैके पर पहुंच रहे हैं।