30 साल पहले मिली जमीन का आवंटन नहीं हो पाया-
गौर नगर में फेस 4 के लिए हाउसिंग बोर्ड का करीब 7.81 एकड़ का प्रोजेक्ट अधर में हैं। रेरा के अभाव में हितग्राही बुकिंग नहीं कर पा रहे हैं। यहां करीब 227 भवन बनाए जाना है, जिसमें 37 एचआइजी, 17 एलआइजी ए, 20 एलआइजी बी, 147 ईडब्ल्यूएस मकान शामिल हैं। करीब 30 साल पहले यह सरकारी जमीन अग्रिम अधिपत्य में हाउसिंग बोर्ड को मिली थी, उसके आवंटन की प्रक्रिया चल रही है, आवंटन न होने से रेरा में 2 बार फाइल रिजेक्ट हो चुकी है।गंभीरिया के 15 हेक्टेयर के प्रोजेक्ट की अभी रजिस्ट्री नहीं-
गंभीरिया में बने रहे करीब 100 करोड़ रुपए के संत रविदास मंदिर के पास हाउसिंग बोर्ड को 2 साल पहले 15 हेक्टेयर जमीन अलॉट की गई है। यहां करीब 5 हेक्टेयर जमीन गरीबों के छोटे-छोट मकान बनाए जाना है। यहां कुल 2000 परिवारों के लिए मकान बनाने का प्रोजेक्ट है लेकिन यहां भी जमीन की रजिस्ट्री नहीं हो पाई है।3 हजार परिवार बीएलसी के इंतजार में
मकरोनिया नगर पालिका के 18 वार्डों में 3 हजार गरीबों को अभी भी पीएम आवास की बीएलसी योजना में आवास स्वीकृती का इंतजार है, जबकि इस योजना में वर्ष 2022 से कोई नया आवेदन स्वीकृत नहीं हुआ है। हजारों आवेदन नपा में धूल खा रहे हैं, नपा अधिकारियों की मानें तो बीएलसी योजना में अब नए आवेदन लेना बंद हो गए हैं, पुराने केस में ही किस्त जारी हो रही है।2500 परिवारों को प्रोजेक्ट शुरू होने का इंतजार।
1500 से अधिक गरीबों को रियायती दरों पर मिलेंगे मकान।
3 हजार आवेदन बीएलसी के धूल खा रहे।
1.50 लाख मकरोनिया की आवादी।
जीएस दुबे, कार्यपालन यंत्री हाउसिंग बोर्ड।