मेडिसन डॉ. मनीष जैन ने बताया कि सोडियम की वजह से मोटापा, हाई ब्लडप्रेशर, मधुमेह और हृदय संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। उन्होंने बताया कि ज्यादा नमक मोटापा बढ़ाता है, जो हार्ट अटैक का बड़ा कारण है। उन्होंने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के तय मानक के अनुसार एक व्यस्क को हर दिन करीब पांच ग्राम या उससे कम नमक खाना चाहिए, लेकिन लोग इससे ज्यादा नमक खा रहे हैं।
फास्ट फूड से ज्यादा खतरा डॉ. जैन ने बताया कि युवाओं में हार्ट की बीमारी लगातार बढ़ रही है। इसकी वजह फास्ट फूड भी है। फास्ट फूट में नमक की मात्रा ज्यादा होती है।
इसके अलावा अब पैकेट बंद चीजों को लोग ज्यादा पसंद किया जा रहा है। पैकेट बंद भोजन में सोडियम के बारे में बताया जाता है लेकिन नमक कितना मिला है, नहीं बताते हैं। बच्चे सबसे ज्यादा पसंद पैकेट बंद कुरकुरे, चिह्रश्वस आदि का सेवन कर रहे हैं, जिससे आगे चलकर यह खतरा लगातार बढ़ेगा।
कैथलैब की सुविधा नहीं
सागर में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रहे हैं, लेकिन इलाज के लिए सुविधा नहीं है। बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में कैथलैब की सुविधा नहीं है। कैथलैब न होने की वजह यहां एडवांस हार्ट ब्लॉक का समुचित इलाज नहीं मिल पाता है। शहर के तीन निजी अस्पतालों में कैथलैब है, जहां मजबूरन गरीब लोगों को लाखों रुपए खर्च करके इलाज कराना पड़ता है। अधिकांश मरीज शहर के बाहर इलाज कराने के लिए जाते हैं।
अटैक से बचने यह करें
– प्रतिदिन पैदल चलें। -खाने में अधिक नमक से दूरी बनाएं। – व्यायाम करें। -फास्ट फूड का सेवन न करें। – खाने में अधिक तेल-घी का सेवन न करें। -रात में जल्दी सोएं।
-देर रात खाना न खाएं।
ये हैं हार्ट अटैक के लक्षण
– सीने में दर्द और बेचैनी – कंधे में दर्द जो फैल रहा है – सांस लेने में दिक्कत – तेजी से पसीना आना – थकान – मतली – बेहोशी