एसपी को पूर्व में भी करा चुका था अवगत
भूपेंद्र सिंह ने कहा कि उन्होंने कुछ समय पहले सागर पुलिस अधीक्षक को व्यक्तिगत तौर पर फोन के माध्यम से सीडीआर को लेकर अवगत कराया था, लेकिन यह सिलसिला जारी है। इसके बाद मैंने सीएम और डीजीपी को पत्र लिखा।यह राजनीति का विषय नहीं
सिंह ने कहा कि सीडीआर का मामला राजनीतिक नहीं है। उनके पास लगातार ऐसी शिकायतें आ रहीं थीं कि लोगों को डराया-धमका जा रहा है। किसी का भी व्यक्तिगत डाटा एसपी व आइजी के स्वीकृति के बिना नहीं निकाला जा सकता है, तो फिर निचले स्तर के पुलिसकर्मी यह काम कैसे कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता कि यह कौन करवा रहा है, लेकिन ऐसा नहीं होना चाहिए।हम जांच कर रहे हैं
सीडीआर बिना आइजी व एसपी के स्वीकृति के नहीं निकाली जा सकती है। इस बात से पुलिस अधीक्षक ने पूर्व गृहमंत्री को अवगत कराया है। इसके साथ ही हम सीडीआर को लेकर विभागीय तौर पर पिछले 5-6 माह के प्रकरणों की समीक्षा भी कर रहे हैं। पूर्व गृहमंत्री से भी अनुरोध किया गया है कि वह भी उन केसों को पुलिस के साथ सांझा करें, जो उनके सामने आए हैं, तो जांच करने में और आसानी होगी।– प्रमोद वर्मा, आइजी सागर