गुरुकुल परंपरा ने समाज का मार्गदर्शन किया- प्राचार्य
आर्ट एंड कॉमर्स कॉलेज में जिला स्तरीय भाषण प्रतियोगिता का आयोजन सोमवार को हुआ। गुरुकुल परंपरा और शिक्षा विषय पर विभिन्न जिलों के प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों के बीच भाषण प्रतियोगिता आयोजित की गई।
आर्ट एंड कॉमर्स कॉलेज में जिला स्तरीय भाषण प्रतियोगिता का आयोजन सोमवार को हुआ। गुरुकुल परंपरा और शिक्षा विषय पर विभिन्न जिलों के प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों के बीच भाषण प्रतियोगिता आयोजित की गई।
इस मौके पर प्राचार्य प्रो. सरोज गुप्ता ने कहा कि भारतीय गुरुकुल परंपरा में विद्यार्थी का चहुमुखी विकास होता है। छात्र लोक और उसकी परंपरा का व्यावहारिक ज्ञान सहज प्राप्त कर सकते हैं। प्राचीन समय से ही गुरुकुल परंपरा ने समाज का मार्गदर्शन किया है, आज हमें इसे पुनर्जीवित करने के लिए निरन्तर प्रयास करना चाहिए।
साहित्यकार डॉ. शरद सिंह कहा कि भारतीय ज्ञान को पूरी दुनिया ने उत्साह से अपनाया है लेकिन हम ही पीछे रह गए। आज योग, ध्यान और आयुर्वेद दुनिया के लोगों की नित्य आवश्यकता में शामिल हैं। हमें अपनी परंपरा पर गर्व करना सीखना है और स्वयं को सांस्कृतिक रूप से दक्ष करना है। हमारी ज्ञान परंपरा कहीं से भी संकुचित नहीं रही है विराट समायोजन इसकी विशेषता है।
मकरोनिया कॉलेज की दीक्षा आठिया ने गुरुकुल परंपरा के मूल्य को समझने संबंधी अपना भाषण दिया। कहा कि छतरपुर जिले में स्कूल प्राचार्य की एक विद्यार्थी ने गोली मारकर हत्या कर दी, यह हमें दिखता है कि गुरु-शिष्य परंपरा का कितना पतन वर्तमान समय में हो रहा है। प्रतिभागी वेदांत गुप्ता ने कहा कि गुरु से रक्त संबंध ना होते हुए भी गुरु छात्रों का कल्याण करने के लिए प्रयासरत रहते हैं। डॉ. अभिलाषा जैन, डॉ. दीपक जॉनसन, डॉ. जय नारायण यादव, डॉ. प्रतीक्षा जैन, जीतू चौरसिया मौजूद रहे।
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