पत्रिका में खबर नहीं पढ़ता तो ठग मुझे भी बना लेते अपना शिकार
Patrika Raksha Kavach : सायबर फ्रॉड करने वाले ठग लगातार सक्रिय हैं, जो लोगों को फोन लगाकर अलग-अलग तरीकों से ठगी का शिकार बना रहे हैं, लेकिन पत्रिका के रक्षा कवच अभियान के चलते एक व्यापारी ठगी का शिकार होने से बच गया।
Patrika Raksha Kavach : सायबर फ्रॉड(Cyber Fraud) करने वाले ठग लगातार सक्रिय हैं, जो लोगों को फोन लगाकर अलग-अलग तरीकों से ठगी का शिकार बना रहे हैं, लेकिन पत्रिका के रक्षा कवच अभियान के चलते एक व्यापारी ठगी का शिकार होने से बच गया।
ये भी पढें – प्रयागराज से लौटे वक्त बोलेरो की ट्रक से भिड़ंत, एमपी के 6 लोगों की मौत सर्वोदय चौराहे स्थित मिठाई की दुकान चलाने वाले विकास जैन के पास एक फोन सीबीआइ अधिकारी के नाम से आया, जिसने दुकानदार के साथ पहले तो धौंस जमाने के लिए अभद्र भाषा का उपयोग किया। इसके बाद उसने दुकानदार से कहा कि तुमने मोबाइल में प्रतिबंधित कंटेट सर्च किया है, इसलिए तुम्हें गिरफ्तार करने के लिए सीबीआइ टीम कुछ ही देर में पास पहुंचने वाली है, इतना सुनकर पहले तो व्यापारी घबरा गया और दुकान पर व्यस्त होने के कारण वह ठग की बातों में आ गया।
डर के कारण वह रुपए भी ट्रांसफर करने वाला था, लेकिन वह पत्रिका के अभियान(Patrika Raksha Kavach) में प्रकाशित हो रही खबर से सतर्क हो गया, इसके बाद उसने रुपए ट्रांसफर नहीं किए। इसके बाद फिर से ठग का फोन आया, तो व्यापारी ने उसे खरी खोटी सुना दी और वह ठगी का शिकार होने से बच गया।
व्यापारी ने कहा कि यदि वह पत्रिका(Patrika Raksha Kavach) अखबार में ठगों के खिलाफ प्रकाशित खबर नहीं पड़ता, तो वह निश्चित रूप से ठगी का शिकार हो जाता है। व्यापारी ने बताया कि किसी भी प्रकार का प्रतिबंधित कंटेंट को सर्च नहीं किया गया था और ठग केवल धौंस दिखाकर ही ठगी करना चाहता था।
किसान नेता को दिया कैशबैक का लालच
किसान नेता सीताराम ठाकुर के यहां एक फोन आया, जिसमें एक मोबाइल एप पर कैशबैक देने की बात कही, लेकिन उन्होंने जागरूकता दिखाई और उसके झांसे में नहीं आए।
पत्रिका का अभियान सराहनीय है
बीना थानाप्रभारी अनूप यादव ने कहा कि, हर दिन इस प्रकार के मामले सामने आ रहे हैं, अब जरूरी है कि ऐसे ठगों से बचने के लिए हम सतर्क रहें। पुलिस विभाग लोगों को जागरूक करने के लिए कई अभियान भी चलाती है, लेकिन सीधे-साधे लोग ऐसे ठगों की बातों में आकर फंस जाते हैं। अब ऐसे ठगों पर भी कार्रवाई जाने लगीं है। पत्रिका जो अभियान चला रहा है वह सराहनीय हैं।
Hindi News / Sagar / पत्रिका में खबर नहीं पढ़ता तो ठग मुझे भी बना लेते अपना शिकार