वन विभाग के अनुसार अमोदा गांव निवासी दीपक लोधी के खेत में बने कुआं में गिरने से एक तेंदुआ की मौत हुई है। किसान रविवार सुबह अपने खेत पर पहुंचा और सिंचाई के लिए मोटर चालू की। इसी दौरान वह पानी देखने के लिए जब कुआं के पास पहुंचा तो उसमें तेंदुआ उतराता नजर आया। सूचना मिलते ही उत्तर वन मंडल की एसडीओ विनीता जाटव, गढ़ाकोटा रेंजर अभिनव दिवाकर, डिप्टी रेंजर हरपाल राजपूत व टीम के साथ मौके पर पहुंचे। इसके बाद जाल की मदद से कुएं से तेंदुआ का शव बाहर निकाला।
– शिकार करते हुए गिरने की आशंका
उत्तर वन मंडल की गढ़ाकोटा रेंज के रेंजर अभिनव दिवाकर ने बताया कि घटना स्थल के आसपास 4 किलोमीटर तक कोई जंगल नहीं है। अनुमान है कि तेंदुआ शिकार करने के लिए खेतों तक पहुंचा होगा और कुत्ता या बंदर को पकडऩे के चक्कर में वह कुआं में गिर गया। चूंकि ठंड थी और तेंदुआ पूरी रात पानी में रहा तो उसकी डूबने से मौत हो गई होगी। तेंदुआ के शरीर पर किसी प्रकार की चोट के निशान भी नहीं मिले हैं। पानी में पड़े रहने से तेंदुआ का शव फूल गया था, जिससे उसकी उम्र का भी अंदाजा नहीं लग सका है। तेंदुआ की मौत की वजह पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगी।
– 6 दिन में यह दूसरी घटना
जिले में पिछले 6 दिन में तेंदुआ की मौत की यह दूसरी घटना है। इसके पहले रविवार 8 दिसंबर की रात दक्षिण वन मंडल की ढाना रेंज में रानगिर-गौरझामर के बीच स्थित चौपड़ा पर एक तेंदुआ की मौत हुई थी। वन विभाग के अनुसार तेंदुआ आसपास लगे जंगल से निकलर राष्ट्रीय राजमार्ग-44 पार कर रहा था और इसी दौरान किसी अज्ञात वाहन ने उसे टक्कर मार दी थी, जिससे तेंदुआ की मौत हो गई थी।