एमपी को मिलेगा छठवां एयरपोर्ट
विंध्यवासियों को सरकार की ओर से बड़ी सौगात दी गई है। यहां पर प्लेन उड़ान भर सकेंगे। भोपाल, जबलपुर, इंदौर, खजुराहो, ग्वालियर के बाद अब रीवा 6वां एयरपोर्ट है। जिसे सिविल एविएशन ने लाइसेंस दिया है। इस एयरपोर्ट के शुरु होने से 65 लाख लोगों को फायदा पहुंचेगा। साथ रीवा की सीमा से लगे यूपी और छत्तीसगढ़ के लोगों को भी इसका फायदा मिलेगा।
इन जिलों को होगा फायदा
रीवा से सतना, सीधी, मैहर, और मऊगंज जिले जुड़े हुए हैं। इन जिलों के साथ ही यूपी और छत्तीसगढ़ की सीमा भी विंध्य क्षेत्र से लगी हुई है। जिसके चलते सतना के 18 लाख, रीवा के 15 लाख, सीधी के 12 लाख, सिंगरौली के 12 लाख और मऊगंज के 8 लाख लोगों को सीधा फायदा पहुंचेगा। एयर कनेक्टिविटी मजबूत होने से विकास को भी तेजी से रफ्तार मिलेगी।
इन सुविधाओं से होगा लैस
रीवा एयरपोर्ट को 450 करोड़ रुपए की लागत से बनाया गया है। जो कि करीब 250 एकड़ में फैला हुआ है। इसका रनवे 30 मीटर चौड़ा और 800 मीटर लंबा है। एयरपोर्ट से यात्री और कार्गों विमान उड़ान भर सकेंगे। यहां से भोपाल के लिए 72 सीटकर सेवाएं शुरू होगी।
टूरिज्म की खदान हैं विंध्य
रीवा एयरपोर्ट बनने से हवाई यात्रियों को किसी विंध्य के टूरिज्म स्पॉट्स को घूमने में दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा। यहां पर मुकुंदपुर व्हाइट सफारी, बांधवगढ़ नेशनल पार्क, संजय गांधी पार्क, सोलर प्लांट, चचाई, क्योंटी, पूर्व फॉल्स, मैहर माता मंदिर, चित्रकूट सहित कई सीमेंट के बड़े उद्योग हैं। जिससे टूरिज्म के साथ-साथ बड़े उद्योग भी स्थापित किए जा सकेंगे।