इसलिए शहर में एक और कन्या महाविद्यालय खोली जाए अथवा वर्तमान कन्या महाविद्यालय की ही एक ब्रांच नजदीक ही स्थित जलसंसाधन के गंगा कछार भवन में खोली जा सकती है। एनएसयूआई अध्यक्ष ने बताया कि इसके अलावा अन्य कई सामाजिक संगठनों के प्रमुखों के पास भी वह पहुंचकर समर्थन मांग चुके हैं। सभी ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही वह अपनी ओर से मांग करेंगे और जरूरत पड़ी तो आंदोलन के लिए भी तैयार हो जाएंगे।
भाजपा विधायकों द्वारा रीवा में कन्या विश्वविद्यालय की मांग पर एनएसयूआई अध्यक्ष ने कहा है कि यह मुद्दे को गुमराह करने वाली बात है। शहर के लोग और छात्राएं एक और कालेज या उसी का ब्रांच इसलिए मांग रहे हैं कि सभी को पढऩे के लिए प्रवेश मिल सके। लेकिन भाजपा के नेता विश्वविद्यालय की मांग कर बड़ा प्रोजेक्ट सरकार के सामने रख रहे हैं। जिसे पूरा कर पाना सरकार के लिए मुश्किल होगा।
यदि विश्वविद्यालय की स्थापना होती है तो बेहतर होगा। इस मामले में भाजपा विधायक केवल विधानसभा में अशासकीय संकल्प लाने तक सीमित नहीं रहें, बल्कि जरूरत पड़े तो आंदोलन भी करें। जिले के लोग उनके साथ रहेंगे।