इस बार पूर्णिमा तिथि दो दिन रहेगी. कार्तिक माह की पूर्णिमा तिथि 18 और 19 नवंबर को रहेगी। पूर्णिमा तिथि गुरुवार यानि 18 नवंबर को सुबह 11:10 पर प्रारंभ हो जाएगी और दिनभर रहेगी। 19 नवंबर को उदया तिथि होने से इस दिन भी पूर्णिमा तिथि ही मानी जाएगी. इसी कारण कार्तिक पूर्णिमा पर्व इस बार दो दिन मनाया जा रहा है। इसी दिन देव दिवाली भी मनाई जाती है।
ज्योतिषाचार्यों और सनातन धर्म के जानकारों के मुताबिक कार्तिक पूर्णिमा पर्व पर दीपदान करने की परंपरा है। 18 नवंबर को दीपदान की पूर्णिमा मनाई जानी चाहिए यानि गुरुवार को पूर्णिमा पर दीपदान की रस्म निभानी चाहिए। इस दिन लेन-देन, खरीदारी और निवेश के लिए भी शुभ मुहूर्त है। शुक्रवार को स्नान-दान पूर्णिमा मनाई जाएगी, इसी दिन व्रत रखना भी उत्तम रहेगा।
कार्तिक पूर्णिमा पर बन रहे शुभ योग
19 नवंबर को सूर्योदय के समय पूर्णिमा तिथि होने से स्नान-दान और पूजापाठ व व्रत की पूर्णिमा रहेगी। खास बात यह है कि शुक्रवार को पूर्णिमा पर कई शुभ योग बन रहे हैं. इस दिन छत्र योग रहेगा तथा चंद्रमा पर बृहस्पति की दृष्टि रहेगी जोकि बेहद शुभ योग है। साथ ही चंद्रमा अपनी उच्च राशि में रहेगा। ऐसे शुभ संयोग में पूजा और व्रत का फल कई गुना बढ़ जाएगा।
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ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि इस बार कार्तिक पूर्णिमा चंद्रग्रहण से मुक्त रहेगी. हालांकि पूर्णिमा पर चंद्रग्रहण लग तो रहा है पर देश के कुछ हिस्सों में ही आंशिक ग्रहण लगने से यह निष्प्रभावी रहेगा. देश में चंद्रग्रहण केवल असम और अरुणाचल प्रदेश के कुछ इलाकों में ही कुछ देर दिखेगा। इसलिए पूर्णिमा पर्व पर पूजा और व्रत आदि कर सकेंगे.