कार्तिक पूर्णिमा पर कई शुभ योग बन रहे हैं। इस दिन शिव योग और सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहे हैं।
पवित्र स्नान का शुभ मुहूर्त सुबह 5.32 बजे से सुबह 6.53 बजे
दीपदान के लिए शुभ मुहूर्त शाम 5.24 बजे से शाम 6. 45 बजे
पूर्णिमा पर ब्रह्ममुहूर्त में उठकर पवित्र नदी में स्नान करें, यह संभव नहीं हो तो घर में ही पानी में गंगाजल या नर्मदा जल मिलाकर नहाएं। हर हाल में सूर्योदय से पहले स्नान कर लें।
स्नान करने के बाद तांबे के लोटे में जल भरकर सूर्य देव को अर्घ्य दें।
इसके बाद आस्थापूर्वक नित्यपूजा करें। भगवान शिव, गणेश, विष्णुजी, माता लक्ष्मी की विधिपूर्वक पूजा करें। ओम नम: शिवाय मंत्र का जाप करें। बाद में जरूरतमंदों को दान करें। शाम को तुलसी के समक्ष घी का दीपक लगाएं और दीपदान करें।
कोई भी जरूरतमंद, गरीब आदि मदद मांगने आए तो उसे खाली हाथ न लौटाएं।
किसी का भी अपमान न करें, कटु वचन न बोलें।
ब्रह्मचर्य का पालन करें।
इस दिन मांसाहार, मदिरा का सेवन न करें।
प्याज—लहसुन न खाएं।