VIDEO पीएम मोदी ने याद रखा था जिस मंदिर को, वहां पहली बार नहीं होंगे गरबे
25 मार्च से हिंदू पर्व चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो रही है। मध्यप्रदेश के रतलाम में 400 वर्ष पूर्व बने श्री कालिका माता मंदिर में 72 वर्ष में यह पहला अवसर होगा कि जब गरबों का आयोजन कोरोना वायरस के चलते नहीं किया जाएगा। इस मंदिर की प्रासंगिकता इसलिए भी है, क्योंकि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में जब प्रचार के लिए पीएम नरेंद्र मोदी रतलाम आए थे तो सबसे पहले मां श्री कालिका माता को प्रणाम किया था।
रतलाम. 25 मार्च से हिंदू पर्व चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो रही है। मध्यप्रदेश के रतलाम में 400 वर्ष पूर्व बने श्री कालिका माता मंदिर में 72 वर्ष में यह पहला अवसर होगा कि जब गरबों का आयोजन कोरोना वायरस के चलते नहीं किया जाएगा। इस मंदिर की प्रासंगिकता इसलिए भी है, क्योंकि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में जब प्रचार के लिए पीएम नरेंद्र मोदी रतलाम आए थे तो सबसे पहले मां श्री कालिका माता को प्रणाम किया था।
href="https://www.patrika.com/ratlam-news/lock-down-with-corona-virus-and-ratlam-police-news-5925330/" target="_blank" rel="noopener">VIDEO भाई बगैर मास्क के क्यों निकल रहे हो, दिख रहा पुलिस का मानवीय चेहरा
नगर में बुधवार से नवरात्रि पर्व की शुरुआत हो रही है। इसको लेकर पहली बार कालिका माता मंदिर को नवरात्रि के एक दिन पूर्व सैनेटराइज किया गया है, कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के चलते मंदिर में विभिन्न कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया है। मंदिर के हेमंत पुजारी ने बताया कि बुधवार को सुबह ब्रह्म मुहूर्त में माता की घट स्थापना के साथ अखंड ज्योत प्रज्जवलित की जाएगी। इसके साथ ही मंदिर पर ध्वजा चढ़ाई जाएगी। प्रतिदिन सुबह छह बजे व शाम को आठ बजे होने वाली आरती होगी। अभी श्रद्धालुओं को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। अष्टमी को होने वाले हवन को लेकर प्रशासन से अनुमति मिलने पर निर्णय किया जाएगा।
VIDEO रतलाम में लॉकडाउन तोडऩे पर तीन पर कार्रवाई Narendra Modi had remembered that the Ratlam temple” src=”https://new-img.patrika.com/upload/2020/03/24/kalika_mata_mandir_5927247-m.jpg”>72 साल में पहले मौका है जब गरबा नहीं होगा कालिका माता सेवा मंडल ट्रस्ट के अध्यक्ष राजाराम मोतियानी के अनुसार कालिका माता ंमंदिर परिसर में बीते 72 साल में पहली बार ऐसी परिस्थिति बनी है कि परिसर में गरबे नहीं हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि वे इस संस्थान से वर्ष 1948 से जुड़े हैं। इसके बाद से आज तक नगर में कफ्र्यू की स्थिति पैदा हुई, लेकिन इस दौरान भी माता के दरबार में गरबे की परंपरा को कायम रखा। इस बार कोरोना वायरस के चलते लोगों के स्वास्थ्य को देखते हुए प्रशासन के निर्देशों का पालनार्थ अभी तक सभी आयोजन निरस्त कर दिए हैं। मंदिर में पूजा-अर्चना के रूटीन के कार्य होंगे।
रेलवे लॉबी में ब्रिथ एनालॉजर मशीन पर रोकघरों में होगी पूजा-अर्चना कोरोना वायरस के चलते इस बार लोग नवरात्रि की आराधना घर में रहकर करेंगे। पंडि़त संजय दवे के अनुसार लोगों को माता की आराधना करना है वे मंत्रोच्चार के साथ पूजा करना चाहते हैं वे मंत्रोच्चार के सोशल मीडिया व यू ट्यूब का उपयोग कर सकते हैं। माता दुर्गा चालीसा आदि का पाठ कर सकते हैं। कोरोना वायरस के चलते इस बार सभी सामाजिक आयोजन निरस्त होने से इस बार नागरिकगण घरों में रहकर भजन-कीर्तन के साथ इस पर्व को मनाते हुए दाल-बाटी आदि का आनंद लेंगे। आरएसएस भी पहली बार गुड़ी पड़वा पर्व नहीं मनाएगा व स्वयं सेवक घर में रहकर उत्सव मनाएंगे।