आयोजन में सहायक प्रबंधक अजय गर्ग ने बताया कि उनका संगठन 50 लाख रुपए तक कारोबार से लेकर घर के लिए ऋण देता है। इस प्रकार के कर्ज को कम समय में देने के मामले में एमपी में रतलाम नंबर एक पर है। उपमहाप्रबंधक उमाशंकर कोहले ने कहा कि बैंक को चलते हुए 200 से अधिक वर्ष हो गए है। उसकी शक्ति ग्राहक है। हमारे पास विश्व के सबसे अधिक 67 करोड़ खाते हंै। हम 200 करोड़ खाते करने की सामर्थ रखते है। बैंक अनेक योजनाएं लाया है व आगे लाने वाला है। सबसे बेहतर योनो एप है जिसमे किसी प्रकार का छल या धोखा उपभोक्ता के साथ नहीं हो सकता।
उपमहाप्रबंधक ने कहा कि अब जीवित होने के प्रमाण पत्र का कार्य ऑनलाइन कर दिया गया है। किसी को समस्या हो तो ब्रांच में संपर्क कर सकता है। फिंगरप्रिंट की समस्या के समाधान के प्रयास जारी है। जहां तक एटीएम नहीं मिलने की बात है तो इस बारे में लिखित में शिकायत की जाए। समाधान किया जाएगा। कोहले ने पत्रिका को बताया कि निजी बैंक से प्रतिस्पर्धा चल रही है। इसके बाद भी हमारी सर्विस अन्य बैंक से बेहतर है। हम सेवा करते है, अन्य बैंक की तरह कारोबार नहीं करते।
रेलवे रिटायर्ड मैन्स एसोसिएशन के केआर बरमेचा ने कहा कि एटीएम से फटे नोट की शिकायत की थी। वह ठीक तो हुई है, लेकिन पूरी तरह से संतुष्टि नहीं है। अब तक सेवानिवृत अनेक पूर्व कर्मचारियों को एटीएम कार्ड नहीं मिले है। जबकि बार बार इस बारे में कहा जा रहा है।
हर बैंक का अलग नियम क्यों
उपभोक्ता केएन बोरकर ने कहा कि हर ब्रांच में जीवित होने के प्रमाण पत्र के अलग नियम क्यों है। कुछ वृद्ध अंगूठा सही नहीं लगा पा रहे, उनके लिए क्या योजना है, कुछ में फोटो मांग रहे है, जबकि कुछ बगैर फोटो के फॉर्म भरवा रहे है।