एक सप्ताह पूर्व आते है रेलवे के नियम अनुसार जब कोई नई ट्रेन की शुरुआत होना होती है तो कम से कम एक सप्ताह पूर्व रैक आ जाता है। रैक के आने के बाद कैरेज एंड वैगन विभाग ट्रेन के हर डिब्बे की जांच करता है। इस जांच में डिब्बों की बनावट में तकनीकी कमी तो नहीं से लेकर पंखे, बिजली, पानी आदि की सुविधा को देखा जाता है। इंदौर से ट्रेन की शुरुआत होना है, लेकिन ट्रेनों का रखरखाव महू में होता है। इस नई ट्रेन का रखरखाव रेलवे वेरावल में कराएगी।
सोमनाथ से 6 किमी पहले बता दे कि तीर्थस्थल सोमनाथ से 6 किमी पहले वेरावल है। रेलवे इस नए स्टेशन को विकसीत कर रही है। सोमनाथ में ट्रेनों की संख्या के लगातार बढऩे से वेरावल को विकसीत किया जा रहा है। रेलवे अधिकारियों के अनुसार नई ट्रेन को रखरखाव वेरावल में ही कराए जाने की योजना है। अब तक राजकोट मंडल के अंतर्गत आने वाले वेरावल में भी नई ट्रेन का रैक नहीं पहुंचा है।
डीआएम मुंबई में 23 जून को प्रधानमंत्री मोदी के अलावा लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन, रेलमंत्री पीयूष गोयल, महाप्रबंधक एेके गुप्ता सहित रेलवे के अन्य वरिष्ठ अधिकारी इंदौर में रहेंगे। आयोजन की तैयारी के लिए मंडल रेल प्रबंधक आरएन सुनकर दो दिन से मुंबई में ही है व सोमवार को रतलाम आएंगे।
एक ट्रेन है, एक और की सुविधा असल में इस समय उज्जैन से लेकर रतलाम तक नागदा के रास्ते सोमनाथ के लिए ट्रेन की सुविधा है, लेकिन इंदौर के यात्रियों को सोमनाथ के लिए ट्रेन सुविधा नहीं है। एेसे में नई ट्रेन की शुरुआत होने पर इंदौर से लेकर देवाास तक के यात्रियों को बड़ा लाभ होगा। जब ट्रेन की घोषणा मार्च माह में रेलमंत्री गोयल ने की थी, तब ये माना जा रहा था कि ट्रेन को उज्जैन-फजेहाबाद रेल लाइन के कार्य पूरे होने के बाद चलाया जाएगा। लेकिन अब इसको इंदौर-देवास-उज्जैन-रतलाम-बड़ोदरा के रास्ते चलाने की घोषणा हो गई है।