शुरुआत में गायरी ने कहा कि वो तो समाजसेवा करके कम कीमत में एलईडी दे रहा है। इसके बाद जब कड़क पुछताछ हुई तो बताया कि उन्होंने पूरे सामान की चोरी की है। मामले में पूर्व से ही इंदौर की एक निजी कोरियर कंपनी के मैनेजर मनीष कुमार ने 21 अक्टूबर को शिकायत दर्ज करवाई थी कि उनका ऑनलाइन कोरियर से भेजा माल जिसमे एक टेप, 15 एलईडी, सालाखेड़ी स्थित गति ट्रांसपोर्ट के गोडाउन से छत का पतरा काट कर चोरी हुआ है। पुलिस ने सालाखेड़ी चौकी में 31 अक्टूबर को प्रकरण दर्ज किया था। अपराधियों ने जहां चोरी की वहां पर सीसीटीवी कैमरे के तार भी काट दिए थे।
गोविंद से पुछताछ के बाद ताल से सुनील सुयल व महिदपुर रोड से विपिन उर्फ छोटू परमार को गिरफ्तार किया गया। पुलिस के अनुसार कुल पांच आरोपी थे, लेकिन शुरुआत में तीन गिरफ्तार किए गए। इसमे ताल के सुनील ने चोरी का माल कंजरों के डेरो में एक झोपड़ी में छिपा दिया था। यहां से पुलिस को सात एलईडी जब्त करने में सफलता मिली। इसके अलावा विपिन वैन में एलईडी की बिक्री करने निकला था, उसको भी पकड़ लिया गया। शेष दो अन्य आरोपित की तलाश जारी है।