रामपुर का चुनाव हर दिन नए-नए मोड़ ले रहा है। ताजा मामला आजम खान के चिट्ठी से जुड़ा है। दरअसल, आजम खान ने चिट्ठी लिखकर चुनाव बहिष्कार की घोषणा की है। आजम समर्थक उस चिट्ठी को दिखाकर चुनाव से छिटकने लगे हैं। स्थानीय राजनीति के जानकारों का मानना है कि यह एक चुनावी रणनीति का हिस्सा है।
आजम खान के लोगों ने बाकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस करके अखिलेश यादव पर दबाव बनाने की कोशिश की। जबकि अखिलेश पहले ही मना कर चुके हैं। सूत्रों के हवाले से उन्होंने तेज प्रताप का नाम आगे किया जिसे आजम समर्थक मानने को तैयार नहीं हैं। नामांकन में 24 घंटे से भी कम समय बचा है। लेकिन, अभी प्रत्याशी तय नहीं है। आजम खान ने अपनी तरफ से प्रत्याशी देने से मना कर दिया है। फिलहाल सभी फार्मूला लगा कर राजनीतिक गुणा-भाग किया जा रहा है।
आजम से जेल में मुलाकात कर चुके हैं अखिलेश
सीतापुर जेल में अखिलेश यादव ने चार दिन पहले जाकर आजम खान से मुलाकात की थी। इसके बाद उन्होंने कहा था कि उनके और आजम के बीच बातचीत पूरी हो गई है। लेकिन, आजम की चिट्ठी आने के बाद रामपुर में गली, मोहल्ले और चौराहों पर चर्चा होनी शुरू हो गई है। चिट्ठी में आजम की नाराजगी खुलकर सामने आई है। इसके बाद चर्चा है कि क्या अखिलेश यादव आजम खान को मनाने में कामयाब हो पाएंगे? अब केवल रामपुर ही नहीं बल्कि मुरादाबाद तक टेंशन है। एक तरफ रामपुर में डिस्ट्रिक्ट यूनिट जहां बहिष्कार कर रही है। वहीं मुरादाबाद से नामांकन करने के बाद एसटी हसन का टिकट कटने से वहां विरोध शुरू हो गया है।
पहले चरण में होगा मुरादाबाद और रामपुर का चुनाव
सपा सूत्रों के मुताबिक मुरादाबाद से एसटी हसन की जगह रुचि वीरा को सपा चुनावी मैदान में उतारेगी। चर्चा यह भी है कि क्या मुरादाबाद से एसटी हसन को हटाकर अखिलेश यादव अब उन्हें रामपुर से लड़ाएंगे। अगर ऐसा होता है तो क्या रामपुर में आजम समर्थक मान जाएंगे? मुरादाबाद हो या रामपुर दोनों जगह पहले चरण में चुनाव होने हैं। आज यानी 27 मार्च को नामांकन करने की आखिरी तारीख है। यह दोनों सीटें पहले चरण की हैं। यहां नामांकन भरने की आखिरी तारीख 27 मार्च यानी आज है। अब पार्टी को फैसला करने के लिए मात्र कुछ ही घंटे बचे हैं कि कौन इन दोनों सीटों से चुनाव लड़ने वाले हैं।
एसटी हसन के समर्थकों ने पुतला फूंका
मुरादाबाद से एसटी हसन के टिकट कटने से उनके समर्थकों ने रुचि वीरा का पुतला फूंका और प्रदर्शन करते हुए नारा लगाया कि रूचि वीरा वापस जाओ। समर्थकों ने धमकी दिया है कि एसटी हसन अगर यहां से चुनाव नहीं लड़े तो पार्टी को इसका खामियाजा चुनाव में भुगतना पड़ेगा।