यह है पूरा मामला शुक्रवार रात एक बजे मिलक रेलवे स्टेशन पर बरेली दिशा से रामपुर जा रही मालगाड़ी को मिलक रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 4 पर खड़ा कर दिया गया। तभी रामपुर दिशा से बरेली की ओर जा रही महाराजा एक्सप्रेस के लिए ग्रीन सिग्नल दिया गया। मालगाड़ी के चालक नींद में होने के कारण ग्रीन सिगनल को देख कर माल गाड़ी आगे बढ़ा दी। जिसके कारण मालगाड़ी का इंजन पटरी से उतर गया। हालांकि तभी चालक ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर मालगाड़ी को रोक लिया।
इसी दौरान बराबर से आ रही तेज रफ्तार में आ रही महाराजा एक्सप्रेस दौड़ती हुई प्लेटफॉर्म के बीच पटरी संख्या 3 पर सकुशल गुजर गई । गनीमत रही कि महाराजा एक्सप्रेस मालगाड़ी की चपेट में नहीं आई और दुर्घटनाग्रस्त होने से बच गई। जिसके बाद स्टेशन मास्टर सचिन कुमार ने तत्काल घटना की जानकारी मुरादाबाद डिविजन को दी। देर रात को ही रेलवे के अधिकारी क्रेन लेकर मिलक स्टेशन पहुंचे और पटरी से उतरे माल गाड़ी के इंजन को दोबारा पटरी पर खड़ा किया।
अधिकारियों ने माल गाड़ी के चालक की जमकर फटकार लगाई और उसे हादसे की वजह पूछी। चालक ने बताया कि वह थका हुआ था, जिसके कारण उसे नींद आ गई थी। नींद में होने के कारण महाराजा एक्सप्रेस को दिए गए ग्रीन सिग्नल को वह मालगाड़ी को ग्रीन सिग्नल दिया जाना समझ बैठा और गलती से उसने मालगाड़ी को आगे बढ़ा दिया। रेलवे अधिकारी माल गाड़ी के चालक को अपने साथ मुरादाबाद ले गए। दूसरे चालक को बुलवाकर मालगाड़ी को गंतव्य के लिए रवाना किया गया। इस दौरान करीब एक घंटे के लिए ट्रेनों का संचालन ठप रहा।