यह होंगे योजना से बाहर
अभियान में आयकरदाता, चौपहिया वाहन धारक, सरकारी कर्मचारी, अद्र्ध सरकारी, स्वायत्त संस्था में कर्मचारी/ अधिकारी एक लाख से अधिक वार्षिक पारिवारिक आय व परिवार में किसी सदस्य के पास चार पहिया वाहन ट्रेक्टर एवं एक वाणिज्यिक वाहन जो जीविकोपार्जन में प्रयोग आते है को छोडकऱ निष्कासन सूची में सम्मिलित है।
इनसे पकड़ में आएंगे अपात्र लोग
विभागीय जानकारों के अनुसार खाद्य सुरक्षा विभाग की ओर से केवाईसी कराई गई है। इसके तहत लाभार्थियों के राशन कार्ड आधार कार्ड जुड़ गए हैं। आधार कार्ड से पैन कार्ड लिंक है। पैन कार्ड से बैंक खाता जुड़ा होने के कारण खाते में आने वाले भुगतान और आईटीआर आदि की जानकारी मिल जाएगी। साथ ही परिवहन विभाग को सूची भेजकर उनके नाम से रजिस्ट्रर्ड चौपहिया वाहनों की जानकारी निकलवाई जाएगी। इससे अपात्र उपभोक्ता तुरंत पकड़ में आएंगे और उनसे वसूली की जाएगी।
280 कार्डधारकों के छोड़ी पात्रता
जिले में अब तक रसद विभाग की गिव अप योजना से सक्षम व्यक्तियों में जागरूकता आई है। अब तक जिले में स्वेच्छा 280 कार्ड धारकों ने गिव-अप अभियान में अपनी पात्रता छोड़ चुके हैं। इसके लिए राशन की दुकानों पर गिव-अप फार्म भरे जा रहे है। इच्छुक व्यक्ति निकटवर्ती राशन की दुकान पर गिव-अप अभियान का फार्म भरकर राशन की दुकान पर ही जमा करा सकते हैं। स्वेच्छा से नाम हटवाने पर कोई वसूली आरोपित नहीं की जाएगी। फैक्ट फाइल
- 478 राशन की दुकानें ग्रामीण क्षेत्र में
- 53 दुकानें राशन की शहरी क्षेत्रों में
- 2,21,855 राशन कार्ड जिले में
- 8,76,504 यूनिट जिले में अभी
- 280 राशन कार्ड ने किया गिवअप
- 1230 यूनिट ने नाम हटवाए अब तक
स्वेच्छा से हटवाएं नाम, नहीं होगी वसूली
रसद विभाग के गिव-अप अभियान के तहत समक्ष लोग खाद्य सुरक्षा योजना में नाम हटवा सकते हैं। उनसे किसी प्रकार की वसूली नहीं होगी। 31 जनवरी के बाद समक्ष उपभोक्ताओं से वसूली की जाएगी।