जानकारी के अनुसार जिले के बिजेतला में पतंजलि द्वारा फूड पार्क खोले जाने की योजना खटाई में पड़ चुकी है। भाजपा सरकार के समय इसके लिए पतंजलि ने एमओयू किया था। इसके बाद से इस क्षेत्र में भूमि अधिग्रहण का काम शुरु हुआ था। शुरुआत में विरोध के बाद ग्रामीणों ने जमीन दी और उद्योग विभाग अब भी अधिग्रहण कर रजिस्ट्री करने में जुटा है। इस बीच राज्य में सत्ता परिवर्तन हुआ और कांग्रेस की सरकार आ गई। अब खबर है कि पतंजलि कंपनी यहां फूड पार्क खोलने में रुचि नहीं दिखा रही है। इस बीच उद्योग विभाग ने इस क्षेत्र में लगभग 300 एकड़ जमीन अधिग्रहण कर लिया है।
राजनांदगांव जिले के ग्राम बिजेतला क्षेत्र में पतंजलि द्वारा फूड पार्क खोले जाने की योजना थी। लगभग 1660 करोड़ रुपए के इस प्रोजेक्ट को लेकर पतंजलि ने राज्य शासन के साथ एमओयू किया था। ग्राम बिजेतला पहुंचकर पतंजलि के आचार्य बालकृष्ण ने स्थल निरीक्षण भी कर लिया था, लेकिन लगभग 4 वर्ष बीत जाने के बाद भी पतंजलि द्वारा यहां फूड पार्क खोलने रुचि नहीं दिखाई गई। दूसरी ओर उद्योग विभाग लगभग डेढ़ सौ एकड़ सरकारी जमीन के साथ लगभग डेढ़ सौ एकड़ किसानों की जमीन का आपसी सहमति से अधिकरण कर उद्योग के लिए 300 एकड़ सुनिश्चित किया हुआ है। इस क्षेत्र में उद्योग की स्थापना के लिए अभी भी किसानों से जमीन क्रय किया जा रहा है।
ग्राम बिजेतला में पतंजलि द्वारा फूड पार्क की योजना से क्षेत्र के लगभग 10 हजार लोगों को रोजगार देने की बात कही गई थी। वर्ष 2015-16 में किए गए इस अनुबंध को लेकर पतंजलि द्वारा रुचि नहीं दिखाई जाने के चलते क्षेत्र में हजारों लोगों के रोजगार का सपना टूट चुका है, तो वहीं अब उद्योग विभाग द्वारा उद्योग के लिए जमीन अधिकृत कर नए उद्यमियों से संपर्क किया जा रहा है, ताकि क्षेत्र में लोगों को रोजगार के अवसर मिल सके। महाप्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग केंंद्र राजेश शुक्ला ने बताया कि बिजेतला क्षेत्र में उद्योग का निर्माण होगा। इसके लिए लगभग 300 एकड़ जमीन अधिग्रहित की जा चुकी है। यह जमीन पतंजलि के लिए अधिग्रहित नहीं की जा रही थी, बल्कि उद्योग की स्थापना के लिए अधिग्रहित की जा रही है।