पुलिस मामले में अपराध दर्ज कर अज्ञात चोरों के पता तलाश में जुटी। एसपी मोहित गर्ग मामले को गंभीरता से लेते पुलिस व साइबर सेल का टीम गठित कर आरोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए। गठित टीम द्वारा अज्ञात आरोपी एवं
चोरी किए गए माल मशरूका के पता तलाश के लिए आपस में सांमजस्य मिलाकर अलग-अलग एंगल से घटना स्थल के आसपास एवं शहर में लगे सीसीटीव्ही फुटेज को खंगालने में जुट गए।
सीसीटीव्ही फुटेज को खंगालने पर एक संदिग्ध कार घुमते हुए मिला। उक्त वाहन का पीछा करने पर राजनांदगांव शहर में वर्धमान नगर क्षेत्र में 7 जनवरी को घूमते मिला। इस दौरान इस में सवार व्यक्तियों के द्वारा एक घर में घुसते व चोरी का प्रयास करते हुए नजर आया था। शहर में लगे शासकीय कैमरे एनपीआर से संदिग्ध वाहन नंबर एमएच 15 जीआर 3442 होना पता चलने पर तत्काल टीम नागपुर तक भेजी गई। इस दौरान 14 जनवरी को उक्त संदिग्ध कार फिर से डोंगरगढ़ क्षेत्र में घुमते हुए देखने की सूचना मिलने पर डोंगरगढ़ पुलिस एवं साइबर सेल राजनांदगांव के टीम वाहन का पता तलाश में जुट गए।
15 जनवरी बुधवार की सुबह ग्राम गाजमर्रा चन्द्रगिरी पहाड़ी के पीछे तलाब के पास कार मिला। जिसमें चालक सहित 4 व्यक्ति सवार थे। जिनके पास चांदी के जेवरात एवं एक टीवी, एक लैपटॉप एवं दो नग लोहे का रॉड मिला। पूछताछ करने पर 6 जनवरी को जेवरात व नगदी रकम को डोंगरगढ़ में, एक लैपटॉप को रायपुर से व एक नग टीवी को नागपुर से चोरी करना कबूल किए।
फरार हो गए थे
डोंगरगढ़ टीआई जितेन्द्र वर्मा ने बताया कि शहर के कालकापारा निवासी विजेता शेण्डे पित विवेक शेण्डे ने शिकायत दर्ज कराई थी कि 6 जनवरी को वह किसी काम से
रायपुर गई थी। रात्रि में अज्ञात चोर उसके घर का ताला तोड़ कर आलमारी में रखे जेवरात व 4 हजार नगदी रकम चोरी कर फरार हो गए है।