वहीं, झालावाड़ में भीमसागर बांध के तीन गेट 3-3 फीट खोलकर करीब 6 हजार 800 क्यूसेक पानी की निकासी की गई। पाली शहर में सवा इंच, जैतारण में सवा चार इंच, रायपुर-मारवाड़ व सोजत में दो-दो इंच बारिश हुई। पाली के जवाई बांध में 17 फीट पानी आया। वहीं, जयपुर में शुक्रवार को शुरू हुआ बारिश का दौर शनिवार को भी जारी रहा। दिनभर रुक-रुक कर बारिश होती रही। जयपुर में अलग-अलग इलाकों में अलग-अलग समय पर बारिश हुई। बारिश से मौसम सुहावना हो गया। दिनभर में 6.9 मिमी बारिश दर्ज की गई। हालांकि शहर के कई इलाकों में जलभराव से दिक्कत हुई।
राजस्थान में मानसून के प्रवेश को 23 दिन बीत चुके हैं और बिना ब्रेक बारिश हो रही है। महज 23 दिन में ही पूरे चौमासे की 56 प्रतिशत बारिश हो चुकी है। मौसम विभाग के आंकड़ों की बात करें तो प्रदेश में पूरे सीजन में 435.6 मिमी बारिश सामान्य तौर पर होती है, जबकि अभी तक 247.5 मिमी बारिश हो चुकी है। मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार बारिश का दौर अभी एक सप्ताह तक और जारी रहेगा। वर्तमान में एक परिसंचरण तंत्र ओडिशा पर बना हुआ है। वहीं मानसून ट्रफ लाइन जैसलमेर व कोटा से गुजर रही है। इसके साथ ही बंगाल की खाड़ी व अरब सागर दोनों से मानसूनी हवा आ रही है। इन परिस्थितियों के कारण अच्छी बारिश हो रही है। प्रदेश के 33 में से 31 जिलों में सामान्य से अधिक बारिश हुई है। भरतपुर में जितनी बारिश सामान्य तौर पर होती है, उतनी ही हुई है।
अब आगे क्या?
जयपुर मौसम केन्द्र से मिली जानकारी के मुताबिक अगले 24 से 48 घंटे के दौरान दौसा, अलवर, सवाईमाधोपुर, बूंदी, कोटा, बारां, झालावाड़ और अजमेर एरिया में कहीं-कहीं मध्य से भारी बारिश हो सकती है। इसके अलावा पश्चिमी राजस्थान जोधपुर, बीकानेर, झुंझुनूं, चूरू, जैसलमेर ,पाली, भीलवाड़ा में भी कहीं-कहीं अच्छी बारिश होने की संभावना है।