घटना की जानकारी लगते ही मौके पर पहुंची पुलिस फायरब्रिगेड की सहायता से कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। साथ ही टैंकर के कैबिन में फंसे दोनों शवों को निकालकर पोस्टमार्टम के लिए बाड़ी अस्पताल पहुंचाया गया है। बताया जा रहा है कि दोनों शव इतनी बुरी तरह जल चुके हैं कि उनकी शिनाख्त भी नहीं हो पा रही है। फिलहाल, पुलिस ने कंपनी के अधिकारियों को घटना की जानकारी दे दी है। इसके बाद ही दोनों शवों की शिनाख्त हो सकेगी।
यह भी पढ़ें- प्रेम प्रसंग के चलते भाजपा नेता ने मंदिर में लगाई फांसी, मरने से पहले वीडियो में बताए दो नाम
प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो बड़ौदा से जबलपुर की तरफ जा रहे एलपीजी से भरे टैंकर का नेशनल हाईवे नंबर 45 पर पीपलवाली मोड़ पर रेलिंग तोड़ते हुए हाइवे से नीचे उतरकर पलट गया। टैंकर के पलटते ही उसमें एकाएक आग लग गई। प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो आग लगने के बाद धमाका इतनी जल्दी हुआ कि संभवत ड्राइवर और क्लीनर को कैबिन से निकलने का मौका ही नहीं मिल पाया, जिसके चलते आग की चपेट में आकर उनकी मौत हो गई।
देखते ही देखते गैस में ब्लास्ट के कारण आग एकाएक आसपास के इलाके में भी फेल गई। यहां खेतों में फसलें तो जली ही साथ ही साथ जानवरों के लिए बनाई गई तीन झोपड़ियां भी जल गईं। गनीमत रही कि तीनों झोपड़ियों में कोई मौजूद नहीं था, जिससे कोई अन्य जन हानि नहीं हुई, लेकिन बताया जा रहा है कि फसलों की कटाई के बाद तीनों झोपड़ियों नें कटी फसल समेत अन्य कटाई का समान और भूसा आदि रखा था, जो आग की चपेट में आकर जल गया। फिलहाल, राजस्व विभाग की टीम नुकसान का आंकलन करने में जुट गई है।
आग की सूचना मिलते ही बाड़ी पुलिस समेत एसडीओपी अदिति बी. सक्सेना मौके पर पहुंची। इस दौरान तत्काल ही बरेली, बाड़ी, सुल्तानपुर, गोहरगंज और ओबैदुलैगंज से फायर बिग्रेड की गाड़ियां बुलाई गई। तमाम प्रयासों के बाद करीब 1 घंटे बाद आग पर काबू पाया जा सका। आग बुझाने के बाद टैंकर के कैबिन से दो शव बरामद हुए थे। बाड़ी एसडीओपी अदिति बी सक्सेना ने बताया कि शवों की शिनाख्त के लिए कंपनी को सूचित कर दिया गया है। उनके प्रतिनिधियों के पहुंचने पर ही शवों की शिनाख्त हो सकेगी।