जंगल सफारी प्रबंधक डीएफओ हेमचंद पहारे ने बताया कि यहां से वन्यप्राणी चिकित्सक डॉ. राकेश वर्मा व डॉ. सोनम मिश्रा को बाघिन का स्वास्थ्य परीक्षण करने के लिए मैत्री बाग भेजा गया था। परीक्षण में रक्षा पूरी तरह से स्वस्थ पाई गई।
सफेद बाघों के बाड़े में ही रखने की व्यवस्था
जंगल सफारी में बाड़े में फिलहाल एक सफेद बाघ देव और बाघिन जया है। इनमें से बाघिन जया को मैत्री बाग भेजा जा रहा है। बदले में आने वाली रक्षा को को उसी बाड़े में अलग से जाली से घेरा बनाकर रखने की व्यवस्था की गई है। कुछ दिनों के बाद दोनों को एक ही बाड़े में एक साथ रहने की व्यवस्था की जाएगी।
वर्तमान में 10 सफेद बाघ हैं मैत्री बाग में
मैत्री बाग में सफेद बाघिन ‘रक्षा’ ने 28 अप्रैल 2023 को 3 नन्हें शावकों को जन्म दिया था। इसके बाद सफेद बाघिन चंचल ने भी सितम्बर में दो शावकों को जन्म दिया। इसके साथ ही मैत्री बाग में सफेद बाघों की कुल संख्या 10 हो गई है। लेकिन जंगल सफारी में बंगाल टाइगर व सिंह की संख्या ज्यादा है, पर सफेद बाघ तीन-चार वर्षो में केवल दो ही है। इसके चलते रक्षा को यहां लाया जा रहा है।