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इस पूरे विवाद के बीच केंद्रीय विद्युत मंत्रालय ने तेलंगाना से कहा है कि वह गैर विवादित राशि का छत्तीसगढ़ को तत्काल भुगतान करे। जहां तक विवादित राशि का सवाल है तो दोनों राज्य आपस में चर्चा कर इसका समाधान निकालें। तेलंगाना से ये भी कहा गया है कि मंत्रालय आने वाले दिनों में इस बात की तस्दीक करेगा कि उसने छत्तीसगढ़ को भुगतान किया या नहीं! बता दें कि तेलंगाना छत्तीसगढ़ पावर कंपनी के अफसरों से संपर्क कर पावर सप्लाई दोबारा शुरू कराने की कोशिशों में जुटा है। इस बारे में लगातार पत्राचार भी हो रहा है। लेकिन, छत्तीसगढ़ ने बिजली बिल का पूरा भुगतान किए बिना पावर सप्लाई दोबारा शुरू करने से साफ इनकार कर दिया है।
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1500 से 1300 करोड़ पर आए, अब 800 करोड़ कम कराने की कोशिश पावर सप्लाई कट होने के बाद तेलंगाना के अधिकारी हरकत में आए। दोबारा सप्लाई शुरू कराने कई दौर की बैठकें हुईं। केंद्रीय विद्युत मंत्रालय की दखल के बाद तेलंगाना 2100 करोड़ की राशि को 38-40 किस्तों में पटाने को तैयार हुआ। ये अभी भी चल रहा है।
केंद्रीय विद्युत मंत्रालय के संयुक्त सचिव शशांक मिश्रा की अध्यक्षता में दोनों राज्यों के पावर कंपनी के अफसरों की बैठक हुई थी। उन्होंने तेलंगाना को गैर विवादित राशि का तत्काल भुगतान करने के निर्देश दिए हैं।
– मनोज खरे, एमडी, छत्तीसगढ़ पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी