ज्योतिषाचार्य डॉ. दत्तात्रेय होस्केरे ने बताया, नया साल जिस दिन शुरू हो रहा है, उस दिन पंचमी तिथि है। केतु प्रधान मघा नक्षत्र है। सोमवार और आयुष्मान योग में शुरू हो रहा ये वर्ष जो सबसे विशेष योग लेकर आ रहा है वह सूर्य-मंगल का भौमादित्य योग है।
इसे राजयोग माना जाता है। एक और महत्वपूर्ण योग है बुधादित्य। बुध और शुक्र वृश्चिक राशि में अपनी युति बनाएंगे। इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग भी है। साल के पहले ही दिन चार महत्वपूर्ण योगों का होना संदेश दे रहा है कि 2024 अच्छा जाएगा। खासतौर पर खेती-किसानी, लोहा, सराफा, अनाज, ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स, बर्तन, फर्नीचर और लोहे से जुड़े व्यापार करने वालों के लिए ये साल काफी फायदेमंद रहेगा।
राशि अनुसार जातकों पर ऐसा असर… मेष: सेहत-परिवार के लिए अनुकूल। धन-प्रतिष्ठा बढ़ेगी। वृषभ: मध्यम फल। आर्थिक उतार-चढ़ाव देखने मिलेंगे। मिथुन: कार्य में अनुकूलता। प्रतिष्ठा और व्यवसाय में वृद्धि। कर्क: पद-प्रतिष्ठा के लिए अनकूल। धन, भूमि, वाहन सुख।
सिंह: सभी कार्यों में सफलता। पुत्र को लेकर शुभ संदेश। कन्या: आर्थिक उतार-चढ़ाव। ऋण ग्रस्तता की चुनौती। तुला: कार्य में स्थिरता। व्यवसाय में लाभ। दांपत्य सुख। वृश्चिक: व्यवसाय में वृद्धि। मुकदमे पर खर्च हो सकता है।
धनु: बौद्धिक कार्यों के लिए अनकूल। विदेश प्रवास का योग। मकर: भूमि और संपत्ति में वृद्धि। लेन-देन में भी लाभ होेगा। कुंभ: उद्योग-व्यवसाय में स्थरिरता। वाहन, गृह सुख बढ़ेगा। मीन: शुभ कार्यों में विनियोग लाभ देगा। ऋण में कमी आएगी।
New Year Rashifal 2024 : विवाह के लिए 56 तो खरीदारी के 8 महामुहूर्तविवाह और खरीदारी के लिहाज से भी ये साल काफी अच्छा रहेगा। विवाह के लिए 2024 में 56 मुहूर्त पड़ रहे हैं। फिलहाल खरमास होने की वजह से मांगलिक कार्यों पर प्रतिबंध है। मकर संक्रांति के बाद 15 जनवरी को खरमास शुरू हो जाएगा। 16 तारीख को विवाह का पहला मुहूर्त है। खरीदारी की बात करें तो 2024 में 8 महामुहूर्त पड़ रहे हैं। इनमें से 5 गुरु पुष्य तो 3 रवि पुष्य योग हैं। इन दोनों ही योग खरीदारी के लिए सबसे श्रेष्ठ माना गया है।
मई के बाद आर्थिक स्तर में आएंगे कई बड़े बदलाव वर्तमान गोचर में बृहस्पति मेष राशि में हैं। 1 मई को बृहस्पति शुक्र प्रधान वृषभ राशि में प्रवेश करेंगे। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस स्थिति में बृहस्पति धन संबंधी अच्छे परिणाम देते हैं। ऐसे में यह साल धन, समृद्धि, प्रगति और सौभाग्य को लेकर अत्यंत श्रेष्ठ रहेगा। शनि सालभर अपनी ही राशि कुंभ में बने रहेंगे। इससे मनुष्य को श्रम करने और श्रम का परिणाम लेने में मदद मिलेगी। कुल मिलाकर यह साल सभी के लिए उन्नति, सुख और समृद्धि का संदेश लेकर आ रहा है