दरअसल, शुक्रवार को
रायपुर से सांसद सुनील सोनी के पीएसओ की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसमें चौकाने वाला बात यह है कि सांसद को पता ही नहीं था कि उनके पीएसओ ने कोरोना जांच के लिए सैंपल दिया है। वह उनकी की ड्यूटी पर तैनात था। सांसद को रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद पता चला। तब तक पीएसओ को भी इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी जा चुकी थी और वह ड्यूटी से गायब हो चुका था।
‘पत्रिका से बातचीत में सांसद सोनी ने कहा- अगर मुझे पता होता कि उसने सैंपल दिया है तो मैं ही उसे क्वारंटाइन में भेज देता। उन्होंने कहा कि सरकार सुनिश्चित करे कि जिन्होंने सैंपल दिया है वे क्वारंटाइन में ही रहें। अब मेरा पूरा परिवार क्वारंटाइन में हैं।
सांसद सुनील सोनी, उनकी पत्नी, बच्चों समेत घर में काम करने वाले सभी कर्मचारी-ड्राइवर की कोरोना सैंपलिंग करवाई जा चुकी है। क्योंकि पीएसओ उनके साथ लगातार था। यहां यह भी बता दें कि सांसद शुक्रवार की दोपहर कलेक्टर कार्यालय में एक बैठक में शामिल होने पहुंच चुके थे कि गेट पर ही उन्हें पीएसओ के पॉजिटिव आने की सूचना मिली और वे तत्काल घर लौट गए। बैठक स्थगित कर दी गई।