पुलिस के मुताबिक पहला मामला मुजगहन इलाके का है। बुजुर्ग ई नायक राव कपाले के घर का सेटअप बॉक्स खराब हो गया था। उन्होंने टोल फ्री नंबर कॉल किया। कॉल रिसीव करने वाले ने मोबाइल ऐप डाउनलोड करने कहा। इसके लिए एक लिंक भी भेजा। जैसे ही बुजुर्ग ने उनके बताए लिंक को ओपन करके मोबाइल ऐप डाउनलोड किया। उनके बैंक खाते से 99 हजार 500 रुपए का आहरण हो गया। इसकी शिकायत पर मुजगहन पुलिस ने अज्ञात
ठगों के खिलाफ अपराध दर्ज किया है।
क्रेडिट कार्ड के नाम पर ठगी
हांडीपारा निवासी विजेंद्र चंद्राकर के पास 1 लाख 87 हजार रुपए लिमिट की डीबीएस बैंक का क्रेडिट कार्ड था। मधु गुप्ता नाम की युवती ने उन्हें कॉल किया और बताया कि क्रेडिट कार्ड कंपनी की ओर से बोल रही है। उनके कार्ड में 1499 रुपए का चार्ज लगा है। बाद में उसने चार्ज की राशि हटा दिया। साथ ही नए कार्ड होने के कारण कार्ड के वॉलेट में 2 हजार मिलेगा। इस पर युवक ने यकीन कर लिया।
इसके बाद युवती ने क्रेडिट कार्ड के वॉलेट में कैश देने के लिए उनके क्रेडिट कार्ड के आखिरी 8 डिजीट नंबर, कार्ड का एक्सपायरी महीना, साल, जन्मतिथि आदि बताया गया। इसके बाद युवक के पास एक ओटीपी नंबर आया। ओटीपी बताते ही उनके बैंक खाते से दो बार में 1 लाख 75 हजार रुपए निकल गए। इसकी शिकायत पर पुलिस ने अज्ञात
साइबर ठगों के खिलाफ अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया है।