चीन में युद्द स्तर पर इससे बचाव के लिए उपाय किए जा रहे हैं। कई प्रमुख शहरों में लोगों को बाहर निकलने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। अब इस खतरनाक वायरस ने भारत में भी दस्तक दे दी है। राजस्थान, बिहार और महाराष्ट्र में इस वायरस से संक्रमित मरीजों की पहचान की गई है।
जानकारी के अनुसार राजस्थान के जयपुर जिले के सरकारी अस्पताल में भर्ती कोरोना वायरस से पीड़ित छात्र चीन में पढ़ रहा था। भारत में आने के बाद उसमें कोरोना वायरस के लक्षण देखने को मिले। इसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया।
दूसरे मामले में बिहार के छपरा स्थित शांतिनगर की रहने वाली एक लड़की को कोरोना वायरस की आशंका के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह चीन से पढ़ाई करके वह 22 जनवरी को अपने घर लौटी है। छपरा सदर अस्पताल के आइसोलेटेड वार्ड में भर्ती कराने के बाद उसे पटना रेफर किया गया। दूसरी ओर मुंबई में इस वायरस से दो लोगों को ग्रसित पाया गया. हालांकि ये दोनों ही अब बिल्कुल स्वस्थ हैं।
डब्लूएचओ ने दिया यह नाम
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इस वायरस को 2019-एनकोवी नाम दिया है। यह अध्ययन पत्रिका मेडिकल वाइरोलॉजी में प्रकाशित हुआ है। इस अध्ययन में वायरस से हाल ही में फैले निमोनिया की उत्पत्ति के बारे में जानकारी दी गई है। यह वायरस चीन के वुहान शहर में दिसंबर 2019 में फैलना शुरू हुआ और अब हांगकांग, सिंगापुर, थाईलैंड तथा जापान तक फैल गया है।