* खास समय में बाहर न निकलें।
* गहरे रंग के कपड़े (Clothes) पहनने से बचें और साधारण रंग के कपड़ो का इस्तेमाल करें।
* सोते समय मच्छरदानी (Mosquito net) का उपयोग करें।
*ब्लीचिंग पाउडर (bleaching powder) जल स्त्रोतों में डालें और चूना पाउडर का छिड़काव करें।
* सभी रूके हुए जल संग्रहण के स्थानों पर कीटनाशक (Insecticide) का छिड़काव करें।
* घरों के आसपास अनावश्यक पानी (Water) रुकने न दें।
* घर के कुलरों में पानी न रखें एवं कुलरों की नियमित सफाई करें।
* टूटे टायर और अन्य स्त्रोत जिसमें पानी रूकता है वहां पानी नहीं रूके इसके लिए हर संभव प्रयास करें।
* मच्छररोधी दवा का छिड़काव करें और सरकारी सभी सहायता का उपयोग करें।
खुद को हाइड्रेटेड रखें
मानसून या गर्मी में खुद को अच्छी तरह से हाइड्रेट रख कर आप मलेरिया (Maleria) को मात दे सकते हैं। इन दिनों में शरीर गर्म (Body warm) रहता, जिसे निकालना बेहद आवश्यक हो जाता है। इसके लिये आपको दिर भर में पर्याप्त पानी पीने के अलावा नारियल पानी, जूस आदि भी पीने चाहिए ।
खास समय में बाहर न निकलें
ऐसी जगह जहां पर कूड़ा या गंदगी पड़ी हो, वहां पर ना जाएं क्योंकि वह जगह मच्छरों (Mosquitoes) के पनपने की अच्छी जगहें होती हैं। साथ ही शाम के समय भी पार्क आदि में न जाएं और घर पर ही रहें।
गहरे रंग के कपड़े पहनने से बचें
हल्के रंग के कपड़ों (Clothes) पर मच्छर (Mosquitoes) कम पास आते हैं, जबकि गहरे रंग के कपड़ों पर वे आकर्षित होते हैं। तो हल्के रंगे के तथा फुल आस्तीन के कपड़े पहन कर आप मलेरिया से बचे रह सकते हैं।
मच्छरदानी लगाएं
अपने दरवाजे और खिड़की पर पतली जालियां लगवाएं व घर में भी मच्छरदानी (Mosquitoes Net) के अंदर ही सोएं। इससे आप मच्छरों (Mosquitoes) के प्रकोप से बच पाएंगे। चाहे दिन हो या रात, आपको मच्छरदानी के अदंर ही सोएं। छोटे बच्चों के साथ तो विशेष सावधानी रखें।
मच्छरों को न पनपने दें
मच्छरों की संख्या बढ़ने के साथ ही मलेरिया का संक्रमण भी बढ़ने लगता है। इसलिये मच्छरों (Mosquitoes) की रोकथाम करना जरूरी होता है। मच्छरों के प्रजनन के लिये बारिश (Rain) का मौसम (Mansoon) सबसे अनुकूल होता है इसलिए मानसून (Mansoon) के आते ही मच्छरों से बचाव के उपाय कर लें। पानी को खुले स्थानों पर इकट्ठा न होने दें, नालियों की साफ सफाई रखें और कूलर के पानी को हर हफ्ते बदलें। इससे मादा मच्छर अण्डे नहीं दे पाएंगी।