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खूंखार भालुओं का आतंक… युवक पर किया हमला, जख्मी हाल में किया इलाज के लिए रेफर इसका सबसे बुरा असर गरीब और मध्यम वर्गीय परिवार पर पड़ा है। जून से लेकर सितंबर के बीच आटा, दाल, चावल, मैदा, सूजी आदि की कीमतों में 10 से 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। सितंबर 2022 के मुकाबले सामान्य चावल के दाम में 5 रुपए किलो की दर से वृद्धि हुई है।
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शराबी भैया से तंग आया भाई… टांगिये से सिर पर किया ताबड़तोड़ वार, इलाके में फैली सनसनी जबकि, ब्रांडेड चावल का रेट 10 से 15 रुपए किलो तक बढ़ा है। आटे के दाम में पांच से 6 रुपए, मैदा में 5 रुपए और सूजी के रेट में 4 रुपए प्रति किलो की बढ़ोतरी हुई है। बीते 3 महीनों की बात करें तो अरहर की दाल का रेट सबसे ज्यादा 30 रुपये प्रति किलो तक बढ़ गया है। लगातार बढ़ती महंगाई से आज ये आलम है कि जिन घरों में पहले 3-4 हजार में राशन भर जाता था, आज उन्हें 5 से 6 हजार रुपए खर्च करने पड़ रहे हैं।
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भाजपा की परिवर्तन यात्रा पहुंची केशकाल, सड़क पर गड्ढों के लिए नेताओं ने कही ये बात, देखें video तेल से राहत तो दूध ने रुलाया एक ओर जहां खाद्य तेलों के दाम में कमी आ रही है, तो वहीं दूध की बढ़ती कीमतों ने लोगों को काफी परेशान कर दिया है। तेजी से बढ़ते दूध के दाम से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस वजह से चाय की दुकानों पर भी महंगाई का असर साफ नजर आने लगा है। तेल की बात करें तो जुलाई में तेल प्रति टिन 1650 रुपए में बिक रहा था, लेकिन अब इसकी कीमतों में 150 रुपए की गिरावट आई है।