मुंबई जा रहे थे आरोपी इसके बाद सीजेएम भूपेन्द्र वासनीकर की अदालत में पेश कर जेल भेज दिया गया है। गिरोह के अन्य लोगों की तलाश की जा रही है। डीआरआई रायपुर के अधिकारियों ने बताया कि मुखबिर से उन्हें सूचना मिली थी कि ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस ट्रेन से तस्करी कर सोना मुंबई ले जाया जा रहा है। सूचना के आधार पर रायपुर रेलवे स्टेशन में ट्रेन के रूकते ही डीआरआई की टीम द्वारा दबिश दी गई। इस दौरान संदेह के आधार पर दो लोगों को हिरासत में लिया गया।
इस दौरान तलाशी में उनके बैग से 2 करोड़ 21 लाख 71970 रुपए का 3 किलो 611.70 ग्राम सोना बरामद किया गया। पूछताछ के दौरान पता चला कि उनके दो अन्य साथी सोना लेकर मुंबई रवाना हो गए हैं।
मुंबई से भी हुई गिरफ्तारी डीआरआई ने सूचना मिलने के बाद मुंबई टीम को इसकी जानकारी भेजी। मिले इनपुट के आधार पर स्थानीय डीआरआई की टीम ने उन्हें गिरफ्तार किया। वहीं तलाशी में उनके पास से 2 करोड़ 73 लाख 50523 रुपए का 4 किलो 832 ग्राम सोना बरामद किया गया। दोनों तस्करों को गिरफ्तार करने के बाद रायपुर डीआरआई दफ्तर लाया गया। जहां पता चला कि उनके साथ गिरोह के कुछ अन्य लोग भी जुड़े हुए हैं। उनसे मिले इनपुट पर कोलकाता और मुंबई डीआरआई को भेजा गया है। वहीं प्रकरण की जांच की जा रही है।
तस्करी का खेल: साढ़े 6 साल में 55 करोड़ का सोना-चांदी जब्त डीआरआई द्वारा पिछले साढ़े 6 वर्ष में तस्करी करने वालों से 5045 किलो सोना-चांदी जब्त कर चुकी है। इसकी कुल कीमत लगभग 55 करोड़ रुपए है। इसमें 25 करोड़ का 45 किलो सोना और 31 करोड़ रुपए की 5000 किलो चांदी शामिल है। इस मामले में 50 से ज्यादा प्रकरणों में 70 से ज्यादा तस्करी करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। बता दें कि 2016 में डीआरआई का क्षेत्रीय दफ्तर रायपुर में शुरू किया गया।