भुगतान नहीं होने पर कंपनी को हुआ शक पुलिस के मुताबिक रिलायंस जियो इंफोकॉम लिमिटेड सिम, ब्रॉडबैंड, डोंगल आदि सेवाएं देने के लिए कंपनी ने रायपुर में मेसर्स शुभ एसोसिएटस के शुभम अडवानी को दिसंबर 2021 में चैनल पार्टनर बनाया गया था। शुभम ने कंपनी को 23 फरवरी 2022 को टाटा प्रोजेक्टस जगदलपुर के लिए 500 डोंगल और 249 रुपए प्रति माह वाला सिम लिया। (Raipur Crime Alert) इसके अलावा शुभम ने अपने फर्म गुरुकृपा मोबाइल के लिए भी 500 डोंगल और सिम का आर्डर दिया। इसे कंपनी ने पूरा कर दिया। इसके बाद 23 जून 2022 को शुभम ने नोवा आयरन एंड स्टील लिमिटेड रायपुर के लिए 670 डोंगल और 249 प्रतिमाह वाला प्लान का आर्डर कंपनी को दिया।
टाटा प्रोजेक्ट्स से नहीं मिला था किराया कंपनी ने आर्डर पूरे कर दिए, लेकिन टाटा प्रोजेक्टस से किराया नहीं मिला। दोनों कंपनियों से कुल 43 लाख 23 हजार 913 रुपए लेना था, लेकिन शुभम ने यह राशि रिलायंस कंपनी तक नहीं पहुंचाई। इसके बाद अधिकारियों ने राशि जमा कराने के लिए शुभम पर दबाव डाला। (Raipur News Today) इसके बाद शुभम ने टाटा प्रोजेक्टस और नोवा आयरन के अधिकारियों से जल्द ही मिलवाने का आश्वासन दिया। बाद में उसने किसी से नहीं मिलवाया।
अधिकारीयों को हुआ शक इस पर रिलायंस के अधिकारियों को शक हुआ, तो उन्होंने टाटा और नोवा आयरन के अधिकारियों से खुद मुलाकात की, तो पता चला कि ऐसा कोई आर्डर ही नहीं दिया है। (Raipur News Update)b ई-मेल भी नहीं किया है। शुभम ने दोनों कंपनियों के नाम से फर्जी आर्डर ई-मेल किया और डोंगल व सिम लेकर इसका उपयोग कहीं और कर लिया। (Raipur Crime News) इसमें शुभम के साथ प्रसन्ना कुमार पनुगंती और सौरभ श्रीवास्तव भी शामिल हैं। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है।