ईडी के मुताबिक इस ऐप का संचालन करने वाली कंपनी कथित तौर पर नए यूजर्स को जोड़नेे, उनकी आइडी बनाने के साथ बेनामी बैंक खातों के जरिए धन शोधन के लिए ऑनलाइन बुक बेटिंग एप्लिकेशन का इस्तेमाल कर रही थी। यह ऐप सहयोगियों को 70-30% लाभ अनुपात पर पैनल/शाखाओं को चलाता है। सट्टेबाजी से प्राप्त आय विदेशी खातों में भेजने के लिए बड़े पैमाने पर हवाला ऑपरेशन किए जाते हैं। नए यूजर्स और फ्रेंचाइजी (पैनल) को लुभाने के लिए सट्टेबाजी वेबसाइटों के विज्ञापन के लिए भारत में बड़ा खर्च किया जा रहा था।
भोपाल के रैपिड ट्रैवल्स के परिसरों की तलाशी ED Raid on Online Satta : छापेमारी के दौरान भोपाल में धीरज आहूजा और विशाल आहूजा के रैपिड ट्रैवल्स के परिसरों की भी तलाशी ली गई। ईडी ने बताया कि कंपनी महादेव ऐप प्रमोटरों, उनके परिवार, व्यावसायिक सहयोगियों के लिए टिकटिंग संचालन कर रही थी, जो फेयरप्ले, काम व महादेव ऐप जैसी साइटों का समर्थन कर रहे थे।
छत्तीसगढ़ पुलिस ने किया था खुलासा ED Raid on Online Satta : घोटाले का खुलासा 2021 में छत्तीसगढ़ पुलिस ने किया था। पुलिस के मुताबिक इस रैकेट में 3,033 से अधिक बैंक खातों का इस्तेमाल हुआ। अब तक 1,035 बैंक खातों को फ्रीज किया, इनमें 15.50 करोड़ रुपए जमा हैं। रिपोर्ट के मुताबिक घोटाले के सरगना सौरभ चंद्राकर ने यूएई में अपनी शादी में 200 करोड़ रुपए खर्च किए थे। शादी में शामिल होने के लिए रिश्तेदारों को नागपुर से प्राइवेट जेट में ले जाया गया। शादी के कार्यक्रमों में कई मशहूर हस्तियों ने प्रस्तुतियां दी थीं। मुंबई के वेडिंग प्लानर, डांसर और डेकोरेटर को आयोजन का जिम्मा दिया गया। इन लोगों को भुगतान के लिए हवाला का इस्तेमाल किया गया।
ईडी की छापेमारी में बरामद रुपए, गहने और आपत्तिजनक दस्तावेज। 5000 करोड़ का घोटाला, 10 लाख ने लगाया सट्टा 1रिपोर्ट के मुताबिक यह घोटाला करीब 5,000 करोड़ रुपए का है। पिछले एक साल में करीब 10 लाख लोगों ने ऐप पर 500 से 5,000 तक का सट्टा लगाया।
2महादेव ऑनलाइन बुक बेटिंग एप्लिकेशन अवैध सट्टेबाजी वेबसाइटों के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म की व्यवस्था करता है। 3सट्टे का पैसा बेनामी खातों में जमा होता है और इन्हीं खातों से जीती हुई रकम भेजी जाती है। ऐप को इस तरह बनाया गया कि हमेशा संचालक की जीत होती थी।
महादेव ऐप के आरोपियों की रिमांड 29 तक बढ़ी ED Raid on Online Satta : महादेव ऐप मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजे गए एएसआई चंद्रभूषण वर्मा, सतीश चंद्राकर, अनिल और सुनील दम्मानी को 29 सितंबर तक के लिए न्यायिक रिमांड बढ़ा दी गई है। इन सभी को रायपुर में विशेष न्यायाधीश अजय सिंह राजपूत की अदालत में शुक्रवार को पेश किया गया था। इस दौरान ईडी ने आवेदन पेश कर बताया कि इस समय महादेव ऐप की जांच चल रही है। इसलिए सभी की रिमांड को बढ़ाया जाए। वहीं अनिल और सुनील दम्मानी की जमानत के लिए बचाव पक्ष की ओर से आवेदन लगाया गया था। इस पर अपना पक्ष रखने के लिए ईडी ने समय मांगा। कोर्ट ने 20 सितंबर को अपना पक्ष प्रस्तुत करने का समय दिया है।
ED Raid on Online Satta : विदेशों में भी फैला है ऐप का नेटवर्कमहादेव ऐप कार्ड गेम, चांस गेम, क्रिकेट जैसे कई लाइव गेम में अवैध सट्टा लगाने का ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है। छत्तीसगढ़ के भिलाई के रहने वाले सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल महादेव इसके मुख्य प्रमोटर माने जाते हैं, जो दुबई से इसका संचालन कर रहे हैं। कोर्ट ने दोनों के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया था। दोनों विदेश में हैं। ऐप का नेटवर्क बांग्लादेश, नेपाल आदि देशों में भी है।