जो लोग पहले राम के होने का सबूत मांगते थे, आज खुद सबूत दे रहे हैं, BJP प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी का वीडियो वायरल
New Delhi: बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग पहले कहते थे राम हुए थे, इसका सबूत दो, वो लोग आज उत्तर से लेकर दक्षिण तक राम से जुड़े सबूत दे रहे हैं।
राज्यसभा में शुक्रवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया गया। इस दौरान भाजपा के राज्यसभा सांसद और राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने इंडिया गठबंधन और खासकर कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने नालंदा विश्वविद्यालय को पुनर्स्थापित करने के फैसले किय़ा। नालंदा विश्वविद्यालय को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि आप पुस्तकों को जला सकते हैं, इमारतों को जला सकते हैं, लेकिन भारत के ज्ञान और संस्कृति को नहीं जला सकते।
जब भारत की सांस्कृतिक चेतना की बात आती है तो हमारे मन में भव्य राम मंदिर की बात भी आती है। इस बार अयोध्या की लोकसभा सीट पर हमें वांछित सफलता नहीं मिली। इसे लेकर विपक्ष के चेहरों पर चमक दिखाई पड़ती है। हमारे विरोधी बता रहे हैं कि आप अयोध्या हार गए, बस्ती हार गए, चित्रकूट हार गए, प्रयागराज हार गए, नासिक, रामटेक और रामेश्वरम हार गए।
जो राम के होने का सबूत मांगते थे आज खुद सबूत दे रहे उन्होंने कहा कि जो लोग पहले कहते थे राम हुए थे, इसका सबूत दो, वो लोग आज उत्तर से लेकर दक्षिण तक राम से जुड़े सबूत दे रहे हैं। उत्तर प्रदेश में 30 साल पहले कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और बसपा ने मिलकर सरकार बनाई थी। तब एक नारा लगा था, ‘मिले मुलायम कांशीराम, हवा में उड़ गए जय श्री राम।’ हम तभी हवा में नहीं उड़े थे और कुछ समय बाद ही अपनी सरकार बना कर दिखा दी थी।
समय से 8 साल पहले सरकार ने लक्ष्य पूरा कर लिया- त्रिवेदी उन्होंने कहा कि आने वाले समय में हमारे सामने सबसे बड़ी चुनौती आने वाली है, एनर्जी। वह भी ग्रीन एनर्जी। हमारी सरकार ने लक्ष्य रखा था कि 2030 तक भारत की इंस्टॉल कैपेसिटी पावर जेनरेशन का 40 प्रतिशत तक ग्रीन एनर्जी से होगा। पहले हमेशा सरकारें देर से लक्ष्य हासिल करती थी, पहली बार भारत के इतिहास में यह लक्ष्य 8 साल पहले वर्ष 2022 में हासिल कर लिया गया।
इसके अलावा, उन्होंने कहा कि लोगों के घर पर सोलर रूफटॉप लगेंगे। यह एक ऐसी योजना होगी, जिससे पर्यावरण पर किसी भी प्रकार का प्रभाव नहीं पड़ेगा। मुफ्त की ऊर्जा मिल रही है, वह भी सरकारी खजाने पर प्रभाव डाले बिना। हम हाइड्रोजन एनर्जी मिशन की तरफ भी आगे बढ़ रहे हैं।
देश में पेपर लीक से पीड़ित छात्रों की आवाज कांग्रेस अध्यक्ष व राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष श्री @kharge ने सदन में उठाई लेकिन उनका 'Mic off' कर दिया गया।
पेपर लीक के मामले पर ये सरकार खुद तो खामोश है ही, लेकिन अब वो पेपर लीक के विरोध में उठने वाली आवाजों को भी दबाना चाहती है। pic.twitter.com/Ar49yUhSUa
इस दौरान नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे बोलने के लिए खड़े हुए। खड़गे ने सत्ता पक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि आप जो बोल रहे हैं, कौन सुन रहा है आपका भाषण, हम तो नहीं सुन रहे। खड़गे ने कहा कि हमें प्वाइंट ऑफ ऑर्डर उठाने के लिए भी सरकार से इतना पूछना पड़ता है।