इस साल अब तक करीब 30 हजार लोगों के ई-चालान कट चुके हैं। ये लोग शहर के अलग-अलग स्थानों पर वाहन चलाते समय ट्रैफिक रूल्स तोड़ते हुए कैमरों में कैद हुए थे। ट्रैफिक नियम तोड़कर चले गए। उस समय रूल्स तोड़ने का उन्हें कोई एहसास नहीं हुआ। जब ई-चालान फोटो के साथ घर पहुंचा, तो उन्हें ट्रैफिक नियम तोड़ने का एहसास हुआ। उल्लेखनीय है कि प्रमुख चौक-चौराहों के अलावा कुछ मार्गों में एएनपीआर कैमरे लगे हैं, जिससे गाड़ी नंबर से ही ई-चालान जनरेट हो जाता है।
क्या है एएनपीआर कैमरे आईटीएमएस के तहत अलग-अलग चौक-चौराहों और प्रमुख स्थानों पर कुल 68 ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिक्गनिशन (एएनपीआर) कैमरे लगाए गए हैं। ये कैमरे केवल वाहनों के नंबर प्लेट की तस्वीर लेते हैं। इससे वाहन के रजिस्ट्रेशन नंबर, मालिक, एड्रेस आदि की जानकारी हो जाती है। ई-चालान जनरेट होता है। अधिकांश लोगों को एएनपीआर कैमरों के बारे में जानकारी नहीं हैं। शहर (Chhattisgarh Hindi News) में चलते समय कोई नहीं देख रहा है, सोचकर ट्रैफिक रूल्स तोड़ते हैं।
30 हजार वाहन
चालकों का ई-चालान जनवरी से जून 2023 तक करीब 30 हजार वाहन चालकों का ई-चालान कट चुका है। किसी न किसी तरह के ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन (Raipur news) किया था। इनमें रेड सिग्नल जंप करना, गलत दिशा में गाड़ी चलाना, तीन सवारी आदि जैसे ट्रैफिक उल्लंघन शामिल हैं।
हर साल 1 करोड़ से ज्यादा का ई-चालान एएनपीआर कैमरों की मदद से यातायात पुलिस नियम तोड़ने वालों से हर साल 1 करोड़ रुपए से ज्यादा शुल्क वसूलती है। वर्ष 2021 में 21 हजार 754 ई-चालान काटे थे। 1 करोड़ 28 लाख 27 हजार 500 रुपए चालान राशि वसूला गया। 2022 में 28 हजार 496 ई-चालान में 1 करोड़ 85 लाख 46 हजार चालान शुल्क वसूला गया था। इस साल 6 माह में ही ई-चालान 30 हजार से ज्यादा हो चुके हैं।
नियमों का करें पालन ट्रैफिक रूल्स तोड़ने वाले वाहनों की आईटीएमएस के कैमरों से निगरानी की जाती है। नियमानुसार उनका ई-चालान काटा जाता है। ई-चालान की क्षमता बढ़ा दी गई है। इस कारण पहले से ज्यादा ई-चालान काटे जा रहे हैं। शहर में व्यवस्थित यातायात के लिए लोगों को ट्रैफिक नियमों का पालन करना चाहिए।
– गुरजीत सिंह, डीएसपी ट्रैफिक, रायपुर