15 दिन बारिश नहीं तो जलसंकट तय
अधिकतर जलाशय खाली हैं। स्थिति यह है कि पीने के लिए पानी तक नहीं निकाला जा सकता। ऐसे में अगले 20 दिन बारिश नहीं हुई तो संकट खड़ा हो जाएगा। मैदानी इलाकों के भाठा व अपलैंड में खेत सूखने लगे हैं। दुर्ग जिले के अंजोरा के किसान भरत साहू ने बताया कि उनके पास करीब 11 एकड़ खेत है। इनके कुछ हिस्से मैदान से लगे हैं। जल्द अच्छी बारिश नहीं हुई तो यहां बियासी संभव नहीं होगी और फसल बर्बाद हो जाएगी। यही स्थिति प्रदेश के कई हिस्सों की है।Chhattisgarh Dam News: फसल को यह खतरा
- मैदानी इलाकों में धूप व गर्मी के कारण फसल सूखने की नौबत आ रही है।
- कई क्षेत्र में रोपा पद्धति से खेती की जाती है। जिनके पास खुद का ट्यूबवेल है, उनको छोड़कर शेष रोपाई का काम शुरू नहीं कर पाए है।
- प्रदेश के कई जिलों में किसान सोयाबीन की खेती करते हैं। पानी के कमी के कारण बीजों में अंकुरण नहीं हो रहा है।
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Dam News: बारिश में देरी से यह नुकसान
पैदावार होगी प्रभावित – सामान्य स्थिति में इस समय तक बियासी व रोपाई का काम पूरा हो जाना चाहिए। ऐसे में पैदावार प्रभावित होगा। पानी का संकट -जलाशयों के साथ कुएं व तालाब भी नहीं भरे हैं। नदी-तालाबों में जलभराव नहीं होने से भू-जल स्रोत गिरेगा।जयंत बिसेन, डिप्टी डायरेक्टर, जलसंसाधन विभाग
ये हैं बांधों की स्थिति
बांध – वर्तमान – 2023 – 2022बांगो – 44.35 – 70.10 – 52.30
गंगरेल – 4.83 – 53.67 – 85.77
तांदुला – 5.82 – 65.46 – 48.13
दुधावा – 17.09 – 67.18 – 30.55
सिकासेर – 33.53 – 62.05 – 51.89
सोंढूर – 15.05 – 60.70 – 27.17
मुरुमसिल्ली – 3.09 – 2.72 – 34.25
कोडार – 10.54 – 35.45 – 19.38
खरखरा – 20.90 – 81.63 – 54.17
कोसारटेडा 25.09 36.86 92.64