16 दिसंबर को राजधानी में शीतलहर चलने लगा था कि कड़ाके की ठंड जारी रहेगी। लेकिन मौसम में बदलाव आने से ठंडी पड़ गई है। उत्तर छत्तीसगढ़ के कुछ इलाकों में
शीतलहर जैसे हालात तो हैं लेकिन चल नहीं रही है। हालांकि बलरामपुर सबसे ठंडा रहा और वहां पारा 15.5 डिग्री पर रहा।
वहीं
अंबिकापुर में न्यूनतम तापमान 7.1, पेंड्रारोड में 7.4 व दुर्ग में पारा 9 डिग्री पर रहा। तीन दिनों बाद ठंड कम होने के बाद ठंड फिर से बढ़ेगी। मौसम विज्ञान केंद्र लालपुर के मौसम विज्ञानियों के अनुसार 23 दिसंबर से न्यूनतम तापमान में 1 से 2 डिग्री की गिरावट आएगी। ये गिरावट जारी रहेगी और दिसंबर के अंत में ठिठुराने वाली ठंड पड़ने की संभावना है।
राजधानी में सुबह छाने लगा कोहरा
राजधानी में सुबह कोहरा छाया था। रोहिणीपुरम इलाके में अच्छा घना कोहरा था। ग्रामीण क्षेत्रों में कुछ पॉकेट में घना कोहरा के कारण वाहन चलाने में परेशानी होती है। यही कारण है कि वाहन चालकों को सुबह देर तक हेडलाइट जलाकर वाहन चलाना पड़ रहा है। इस कारण उत्तर व मध्य
छत्तीसगढ़ में कुछ भीषण सड़क दुर्घटना भी हुई है। विशेषज्ञों के अनुसार, अगर जरूरी हो तभी कोहरे में वाहन चलाएं। वाहन की गति कम रखकर दुर्घटना से बचा जा सकता है।