परिवार में 5 लोग दृष्टिहीन
पैरेंट्स ने कभी महसूस ही नहीं होने दिया कि मुझमें कोई कमी है। मैं पतंग उड़ाना चाहता था तो पतंग उड़ान सिखाया। टू व्हीलर चलाना चाहता था वह तो सिखाया। इसलिए नहीं कि रोड पर चला सकूं बल्कि इसलिए ताकि हीनभावना से ग्रस्त न हो जाऊं। निम्न मध्यम परिवार में जन्मा। आठ भाई-बहनों में हम 5 लोग दृष्टिहीन रहे। ये अपने आप में बहुत बड़ी त्रासदी बोली जा सकती है।
नेत्रहीनता विकलांगता नहीं लिमिटेशन है
ऐसे बचा सकते हैं मातृभाषा को
टेक्नोलॉजी ने बनाया इंडिपेंडेंट
मैं ड्राइविंग छोड़ बहुत से काम कर लेता हूं। इसके लिए मैंने तकनीक का सहारा लिया। रोजमर्रा के काम तो मैं कर ही लेता था लेकिन ऑडियो सॉफ्टवेयर के चलते मोबाइल हो या कम्प्यूटर आसानी से चला लेता हूं।आरती ने दृष्टि नहीं दृष्टिकोण देखा
मेरी पत्नी देख सकती है। हमारी लवमैरिज हुई। मुझे इस बात की खुशी है कि आरती ने मेरी दृष्टि नहीं बल्कि दृष्टिकोण देखा। हमारे दो बच्चे हैं आस्था और विनय।विजुअल इमेजेस नहीं बनते
जब भी मैं किसी से मिलता हूं या कुछ सुनता हूं तो मेरे माइंड में विजुअल इमेजेस नहीं बनते। यदि मैं उससे कभी मिला हूं तो उसकी आवाज या स्पर्श पहचान पाता हूं। मुझे डी जनरेशन ऑफ रेटिना की प्रॉब्लम है। अभी तक इसके इलाज की कोई तकनीक नहीं आई है। नेत्रहीनों के लिए काम करता हूं। हमारा एनजीओ कॉम्पीटेटिव एग्जाम के लिए क्लास चलाता है। साहित्य में काफी कुछ लिखना चाहता हूं।