उल्लेखनीय है कि गुरुवार को आगरा से संजय अग्रवाल, नाहर सिंह और रामकुमार रायपुर पहुंचे थे। तीनों होटल गिरधर भवन में ठहरे थे। उनके पास 355 किलो चांदी के जेवर थे। इन जेवरों को स्थानीय कारोबारियों को बेचने आए थे। इस बीच रात करीब 10 बजे तीनों को पुलिस ने एसयूवी कार सहित पकड़ लिया। जांच के दौरान चांदी के जेवर मिले। इसे पुलिस ने जब्त कर लिया। हालांकि देर रात तक तीनों कारोबारियों ने पुलिस को रसीद दिखा दिया था, लेकिन उस समय तक जब्ती की कार्रवाई हो चुकी थी। तीनों कारोबारियों को देर रात पुलिस ने छोड़ दिया था। जब्त जेवरों की कीमत ढाई करोड़ रुपए से ज्यादा है।
कोर्ट के आदेश से मिलेगा माल Silver Smuggling Case In Raipur: पीड़ित कारोबारी जिस समय गिरधर भवन में ठहरने आए थे, उसकी किसी ने मुखबिरी कर दी थी। कारोबारियों का जब्त माल अब कोर्ट से ही वापस मिलेगा। इसके लिए उन्हें अपनी रसीदें और अन्य दस्तावेजों के साथ सुपुर्दनामा लगाना पड़ेगा।
चुनाव के दौरान होती है तस्करी चुनाव के दौरान जेवरों की तस्करी बढ़ जाती है। आसपास के राज्यों से चांदी के जेवर, बर्तन व अन्य सामान मंगवाए जाते हैं। जीएसटी से बचने के लिए यह तरीका अपनाया जाता है। इसके अलावा मतदाताओं को भी गिफ्ट के तौर पर चांदी के जेवर बांटे जाते हैं। इस लिए बड़ी (Silver Smuggling In Raipur) संख्या में इसकी तस्करी होती है।