आषाढ़ मास में भी जेष्ट की गर्मी का अहसास हो रहा है। ऐसे में इस साल मौसम विभाग के अनुसार बुधवार को चौथी बार जिले का तापमान प्रदेश में पहले स्थान पर रहा। वहीं बुधवार को सुबह से ही सूर्यदेव की तपन से जिलेवासी बेहाल नजर आए। इस दौरान रायगढ़ जिला का तापमान 44.1 डिग्री दर्ज किया गया था। वहीं कहा जाता है कि जांजगीर जिला सबसे गर्म रहता है, लेकिन बुधवार को वहां का तापमान 43.2 डिग्री दर्ज किया गया था। ऐसे (cg news) में दोपहर बाद से ही सड़कें विरान होने लगी थी, वहीं शाम के समय लोग घरों से निकलना शुरू किए थे, लेकिन लू के थपेडों से परेशान नजर आए। साथ ही कभी धूप के साथ बादल भी आ रहा था, जिसके चलते मौसम में उमस भी काफी बढ़ गया है, जिसके चलते कूलर-पंखे से भी राहत नहीं मिल पा रही थी।
वहीं मौसम विभाग की मानें तो अगले चार दिनों तक अधिकतम तापमान में कोई विशेष परिर्वतन होने की संभावना नहीं है। साथ ही मध्य छत्तीसगढ़ के पूर्वी जिलों में ग्रीष्म लहर चलने की बात कही जा रही है। साथ ही मौसम विभाग का कहना है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून को आगे बढ़ने के लिए स्थिति अनुकुल बन रहा है, लेकिन फिलहाल मानसून को लेकर अभी भी संशय की स्थिति बनी है। वहीं मौसम वैज्ञानिक एसपी चंद्रा ने बताया कि वर्तमान में मानूसन काफी धीमी गति से चल रहा है।
शाम को हुई बूंदाबांदी ने बढ़ाई उमस पूरे दिन तेज धूप के बीच रूक-रूक आ रही बादल से लोग हलाकान रहे, इस बीच शाम को शहर के कुछ क्षेत्रों में तेज अंधड़ के साथ हल्की वर्षा हुई, लेकिन कुछ ही देर बाद बंद हो गई, जिसके बाद से उमस इस कदर बढ़ा कि लोग पूरी रात (cg weather update) परेशान रहे। वहीं मौसम विभाग का कहना है कि बिपरजाय तुफान का असर प्रदेश में नहीं होगा, यह तुफान गुजरात व मुंबई के तरफ सक्रिय है, जो धीरे-धीरे कमजोर हो रहा है। ऐसे में यहां तुफान का खतरा टल गया है।