उल्लेखनीय है कि धरमजयगढ़ के काष्टागर फॉरेस्ट कॉलोनी निवासी सहायक वन परिक्षेत्र अधिकारी संजय तिवारी पिता गोकुल प्रसाद तिवारी (53) 16 मई की दोपहर करीब 3 बजे धरमजयगढ़ मेन रोड़ कृषि उपज मंडी के पास पहुंचे थे। इस समय एक अज्ञात एसयूवी की चपेट में आने से वे गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें सिविल अस्पताल धरमजयगढ़ में भर्ती कराया गया था। प्रारंभिक जांच के बाद ही डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। धरमजयगढ़ पुलिस ने मामले में अज्ञात आरोपी के धारा 304 ए आईपीसी के तहत मामला दर्ज कर विवेचना शुरू की।
CG Murder Case: सीसीटीवी के फुटेज से मिला क्लू
विवेचना के दौरान प्रत्यक्षदर्शी एवं सीसीटीवी फुटेज से अज्ञात एसयूवी का पता लगाया गया। इसमें वाहन (सीजी 13 यूई 0377 ) द्वारा घटना किए जाने का साक्ष्य मिला। ऐसे में पुलिस टीम तत्काल ग्राम बेहरापारा में दबिश देकर वाहन चालक बसंत कुमार यादव को हिरासत में लिया। हिरासत में लेकर संदेही से पूछताछ की गई।
प्रारंभिक पूछताछ में तो वह टालमटोल करते रहे, लेकिन पुलिस ने जब सख्ती बरती तो बसंत कुमार यादव ने यह बताया कि डिप्टी रेंजर संजय तिवारी के साथ उनकी पुरानी रंजिश थी। इस बात को लेकर उनके हत्या की साजिश रची। धरमजयगढ़ के बेहरामार निवासी आरोपी बसंत कुमार यादव पिता बालमुकुंद यादव (50) ने पुलिस की पूछताछ पर बताया कि कुछ समय पहले से डिप्टी रेंजर संजय तिवारी के साथ झगड़ा विवाद चला आ रहा था। ऐसे में वह उनकी हत्या का मौका तलाश रहा था।
गाड़ी रिवर्स कर दोबारा मारी ठोकर16 मई की दोपहर बसंत यादव बोलेरो से नागदरहा जा रहा था। उसी समय उसने बाइक पर संजय तिवारी को धरमजयगढ़ की ओर से आते देखा। इस समय उसने अपनी एसयूवी को मोड़कर संजय तिवारी का पीछा किया और कृषि उपज मंडी के पास संजय तिवारी की बाइक को बोलेरो से ठोकर मार दी।
इससे संजय तिवारी रोड में गिर गए। आरोपी ने साइड ग्लास से डिप्टी रेंजर को देखा तो उन्हें ज्यादा चोंटे नहीं आई थी। आरोपी ने फिर अपने वाहन को बैक कर संजय तिवारी की बाइक के पीछे से ठोकर मारी। इससे संजय तिवारी के सिर, माथे में गंभीर चोटें आई। इसके बाद आरोपी फरार हो गया।
मामले में बदला गया धारा
प्रारंभिक रिपोर्ट पर पुलिस ने मामले में धारा 304 ए आईपीसी का प्रकरण दर्ज किया था। वहीं मामले की जांच के बाद आरोपी पर धारा 302 आईपीसी लगाया गया है। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त वाहन एवं उसके दस्तावेज जब्त कर लिया है। वहीं शुक्रवार को आरोपी को न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है।
इससे पूर्व भी हुई थी रेंजर की हत्या
धरमजयगढ़ वन मंडल के लैलूंगा रेंज में इससे पूर्व वर्ष 2016 में एक रेंजर डीआर लदेर की हत्या हुई थी। यह घटना तब हुई थी जब शाम के समय रेंजर अपने दफ्तर से निकल कर पास ही अपने सरकार आवास पर जा रहे थे। इस करीब चार लोग वहां पहुंचे और धारदार हथियार से ताबड़तोड़ वार कर दिया। इससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को भी गिरफ्तार किया था। यह मामला लकड़ी तस्करी से जुड़ा था। वहीं डिप्टी रेंजर की हत्या का मामला दूसरा है। यह हत्या अवैध संबंध से होने की बात सामने आ रही है। मामले की जांच में खुलासा हुआ कि पुरानी रंजिश पर डिप्टी रेंजर की हत्या की गई थी। ऐसे में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।