बताया जा रहा है कि यह हमला इसलिए किया गया क्योंकि उदय सामंत ने शिवसेना को धोखा दिया था। गौरतलब है कि विधायक और युवा सेना प्रमुख आदित्य ठाकरे की बैठक 500 मीटर की दूरी पर चल रही थी, जहां से हमला हुआ था।
बागी विधायकों के खिलाफ यह आक्रोश न केवल अब देखने को मिला बल्कि जब ये विधायक गुवाहाटी में थे तब भी शिवसैनिकों ने कई विधायकों के कार्यालय तोड़ दिए थे। कई विधायकों के पोस्टर भी फाड़ दिए गए थे। बागी विधायकों को देशद्रोही बताकर पूरे राज्य में विरोध प्रदर्शन किया गया। इस दौरान कई जगहों पर पुतले भी जलाए गए। अभी भी शिवसैनिकों का आक्रोश शांत नहीं हुआ है। वहीं शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे इस समय पुणे के दौरे पर हैं। इस बात की प्रबल संभावना है कि एकनाथ शिंदे इन शिवसैनिकों के खिलाफ सख्त आदेश जारी करेंगे। इस घटना के बाद पुलिस प्रशासन 4 शिवसैनिकों को गिरफ्तार कर लिया है।
इस घटना के बाद शिवसेना के बागी विधायक एक मराठी चैनल को इंटरव्यू देते हुए कहा कि हम जैसे लोगों ने शिवसेना को बढ़ाने की कोशिश की। अब हम एकनाथ शिंदे साहब का समर्थन कर रहे हैं। यह मेरे जैसे कार्यकर्ता पर हमला करके अन्य 50 विधायकों को डराने का एक उदाहरण है। लेकिन 50 विधायक किसी के आगे नहीं झुकेंगे। उन्होंने आगे कहा कि यह हमला नपुंसकता का संकेत है। मैं खुद कोथरुड थाने आया हूं। मुख्यमंत्री इस मामले पर नजर रख रहे हैं। लेकिन पुलिस को यह पता लगाना चाहिए कि किसके हाथों में बेसबॉल स्टेक था। उदय सामंत ऐसी धमकियों से नहीं डरते है।