दरअसल, 19 फरवरी का एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया था। इसमें शाइस्ता परवीन शूटर बल्ली के घर जाते हुए दिख रही थी। जानकारी के अनुसार, शाइस्ता परवीन के साथ शूटर साबिर भी मौजूद था। इसके बाद ही पुलिस ने बल्ली को हिरासत में लिया है। हालांकि, पुलिस अफसरों ने पंडित को हिरासत में लेने की पृष्टि नहीं की है।
बरेली जेल में रची गई थी साजिश
हत्याकांड को लेकर पुलिस को बड़ी जानकारी मिली है। उमेश की हत्या की साजिश बरेली जेल में ही रची गई थी। माफिया अतीक के भाई अशरफ ने अपने भतीजे असद और उसके 9 गुर्गों को बरेली जेल में प्लान के बारे में समझाया था। 11 फरवरी को बरेली जेल जाकर अतीक के बेटे असद समेत नौ गुर्गों ने अशरफ से मुलाकात की थी। सभी ने असद और मोहम्मद गुलाम की आईडी पर मुलाकात की थी। दावा है कि इसके बाद अशरफ ने किसी अन्य से मुलाकात नहीं की।
3 महीने का सीसीटीवी फुटेज भी सील
जेल सुप्रिडेंट राजीव शुक्ल ने बताया कि 3 महीने का सीसीटीवी फुटेज भी फॉरेंसिक लैब और शासन को भेजी है। सीसीटीवी फुटेज के साथ छेड़छाड़ नहीं हुई है। पुलिस की ओर से जो भी सबूत एवं फुटेज मांगे जा रहे हैं, वह सभी चीजें जेल प्रशासन मुहैया करा रहा है।
कौन है बल्ली पंडित?
बल्ली पंडित धूमनगंज के नीवां का रहने वाला है। वह माफिया अतीक का बहुत खास गुर्गा है। माना जाता है कि अतीक गैंग में बल्ली पंडित ने कम समय में अच्छा नाम बना लिया। अपने काम और हौसले के दम पर वह अतीक का खास बन बैठा। पुलिस रिकॉर्ड में बल्ली पंडित धूमनगंज थाने का हिस्ट्रीशीटर भी है। वह अतीक अहमद के लिए व्यापारियों, ठेकेदारों, बिल्डर्स को धमका कर पैसे वसूलता है।
24 फरवरी को हुई थी उमेश की हत्या
24 फरवरी को धूमनगंज थाना क्षेत्र के जयंतीपुर में उमेश पाल और उसके एक सुरक्षाकर्मी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हमले में घायल एक दूसरे सुरक्षाकर्मी की भी बाद में लखनऊ के एसजीपीजीआई में मौत हो गई थी।