उसे कोर्ट में पेश किया गया जहां रिमांड मंजूर होने पर उसे जेल भेज दिया गया। अंशू टिंबर व्यवसायी राजेंद्र केसरवानी का बेटा है उसकी पत्नी अंशिका 26 वर्ष ने 18 मार्च को सत्तीचौराहा मोड, मुट्ठीगंज के पास इससे ससुराल में फांसी लगाकर जान दे दी थी। मौके पर पहुंचे मायकेवालों ने जमकर बवाल किया था। आरोप है कि उन्होंने ससुराल पक्ष के चार लोगों को घर में बंद कर आग लगा दी। जिसमें ससुर राजेंद्र केसरवानी व सास शोभा केसरवानी की मौत हो गई थी।
इस मामले में अंशिका के पिता सरदारीलाल व दो भाई अंशू व आदर्श समेत सात लोग जेल भेजे गए। उधर अंशिका की खुदकुशी के मामले में उसके पिता की ओर से ससुराल पक्ष के 10 लोगों पर दहेज हत्या समेत अन्य आरोपों में केस दर्ज किया गया था। इसमें पति अंशू नामजद नहीं था। पुलिस के मुताबिक विवेचना के दौरान सामने आए सबूतों के आधार पर अंशू का नाम प्रकाश में आया। जिस पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया। नामजद अभियुक्तों में से दो की मौत हो चुकी है अन्य के संबंध विवेचना चल रही है।